बागेश्वर। उत्तराखंड परिर्वतन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि नशा नहीं रोजगार दो आंदोलन चरम पर है। इसकी 34वीं वर्षगांठ एक और दो फरवरी को बसभीड़ा, चैखुटिया में मनाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य अवधारणा को लागू करने समेत तमाम मुद्दों पर मंथन होगा। यहां आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से बातचीत में तिवारी ने कहा कि नाशा मुक्त उत्तराखंड के साथ ही राज्य की बेहतरी के लिए संघर्ष किया जा रहा है। तमाम सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता एक और दो फरवरी को बसभीड़ा में मंथन को जुटेंगे।
उन्होंने कहा कि शराब, भू व खनन माफियाओं के साथ राजनेता और नौकरशाहों की मिलीभगत ने उत्तराखंड को नशे के आगोश में धकेल दिया है। सरकार कांग्रेस की रही या फिर भाजपा की। सभी दलों की सरकारों ने राज्य में नशे का प्रचलन बढ़ाने पर काम किया है। इसके खिलाफ एक साल से राज्य में जनता विशेषकर महिलाएं, नए सिरे से आंदोलन को लामबंद हुईं हैं। नशे के खिलाफ बसभीड़ा छोटे गांव से शुरू हुआ।
यह प्रखर जन आंदोलन भी जनता और पूरे देश का मार्गदर्शन कर रहा है। उपपा नेता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राज्य की बेहतरी चाहने वाली सभी शक्तियां एकजुट होंगी। उन्होंने कहा कि गैरसैंण राजधानी समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा रोजगार, पंचेश्वर बांध, बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन समेत विकास के तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी। इस मौके पर नगर सचिव गोपाल राम, राधा तिवारी, गजेंद्र पंत, गोकुल जोशी आदि मौजूद रहे।