आबादी क्षेत्र से लगी 30 किलोमीटर की सीमा अतिसंवेदनशील घोषित, राजाजी टाइगर रिजर्व में रेड अलर्ट जारी

कोरोना विश्व में तेजी के साथ फैल कर लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। मनुष्य जाति के साथ ही कोरोना ने अब जानवरों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। अमेरिका के न्यूयार्क शहर में एक बाघिन के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद दुनिया भर में हड़कंप मच गया है। अब राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन भी सतर्क हो गया है।

अमेरिका के न्यूयार्क शहर में एक बाघिन के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही पार्क प्रशासन ने आबादी क्षेत्र से लगी 30 किलोमीटर की सीमा को अति संवेदनशील घोषित किया है। सीमा पर सतर्कता बढ़ाते हुए फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है।

पार्क प्रशासन की ओर से रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरिद्वार और देहरादून में आबादी क्षेत्र से लगी करीब 30 किलोमीटर की सीमा को चिह्नित कर अति संवेदनशील घोषित किया गया है, ताकि यहां से होने वाले लोगों की अवैध आवाजाही को पूर्ण रूप से रोका जा सके। इसके साथ ही पार्क की संपूर्ण सीमा को पूर्ण रूप से सील करते हुए कर्मचारियों द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है।

पार्क के अधिकारी भी नियमित रूप से पार्क की सीमा पर गश्त कर रहे हैं। ताकि आबादी क्षेत्र से लगे किसी भी गांव का कोई भी व्यक्ति, वन गुुर्जर, तस्कर, लकड़ी बीनने वाली महिलाएं आदि कोई भी पार्क में न घुस सके।

वन्य जीव प्रतिपालक कोमल सिंह ने बताया कि धोलखंड रेंज के बंदरजूट क्षेत्र में करीब 9.7 किलोमीटर सीमा को, चीलावाली रेंज के बनियावाला क्षेत्र में तीन किलोमीटर, बेरीवाड़ा रेंज में टीरा, सैंडली क्षेत्र की 3.5 किलोमीटर सीमा, हरिद्वार रेंज के छिड़क, खड़खड़ी क्षेत्र में दो किलोमीटर सीमा, मोतीचूर रेंज के रायवाला, नेपाली फार्म से लगी 6 किलोमीटर, कांसरो रेंज के झबरावाला, बुग्गावाला क्षेत्र में छह किलोमीटर सीमा को अति संवेदनशील घोषित किया गया है।

उन्होंने बताया कि पार्क के इन अति संवेदनशील क्षेत्रों से कई ऐसे गांव की सीमा लगी है, जिनमें जमातियों के आने जाने की संभावना है। ऐसे में पार्क प्रशासन द्वारा इन क्षेत्रों फ्लैग मार्च कर सतर्कता भी बरती जा रही है।

 

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