नई दिल्ली। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि दसाल्ट एविएशन ने ‘रिश्वत’ की पहली किस्त के रूप में रिलायंस एविएशन को 284 करोड़ रुपये दिए। राहुल ने कहा कि दसाल्ट के सीईओ झूठ बोल रहे हैं, वह केवल एक व्यक्ति को बचा रहे हैं जो देश चला रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जांच से डरते हैं इसलिये सीबीआई के मुखिया को हटाया गया।
प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए राहुल ने कहा कि उन्हें रात को नींद नहीं आ रही है, टेंशन है और पकड़े जायेंगे। गांधी द्वारा आज लगाए गए आरोपों पर सरकार या अंबानी की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, उन्होंने राफेल सौदे के संबंध में लगाए गए सभी आरोपों को पहले खारिज किया था। गांधी ने अपने आरोपों की पुष्टि के लिए कोई सबूत या दस्तावेज नहीं दिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दसाल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा था कि ऑफसेट ठेका हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेल (एचएएल) के बजाए अंबानी की कंपनी को इसलिए दिया क्योंकि उसके पास जमीन थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अंबानी की कंपनी ने दसाल्ट से मिले धन से जमीनी खरीदी।
उन्होंने कहा, ‘‘दसाल्ट ने घाटे में चल रही एक कंपनी को 284 करोड़ रुपये दिए, जिसका मूल्यांकन महज 8.3 लाख रुपये था। यह अनिल अंबानी को दी गई रिश्वत की पहली किस्त थी।’’ गांधी ने कहा, ‘‘राफेल बिलकुल स्पष्ट मामला है और इसमें सिर्फ एक व्यक्ति ने भ्रष्टाचार किया है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कीमत पर सवाल उठ रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कीमतों की जानकारी मांगी है और सरकार कह रही है कि नहीं बता सकते, क्योंकि ये गोपनीय है। लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति ने साफ तौर पर कहा है कि राफेल की कीमत गोपनीय समझौते का हिस्सा है ही नहीं। राहुल गांधी ने कहा कि राफेल में सबकुछ साफ-साफ है, उन्होंने पूछा कि सरकार विमानों की कीमत का खुलासा क्यों नहीं कर रही है।