ऊर्जा निगम ने साफ किया है कि रात नौ बजे केवल लाइटें बंद करनी हैं, फ्रिज, पंखे या अन्य उपकरण नहीं बंद करने हैं। ऊर्जा के लोड फैक्टर के आंकलन को लेकर सचिव ऊर्जा राधिका झा ने ऊर्जा के तीनों निगमों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इससे पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्रलय के साथ वीसी भी हुई, जिसमे सभी पहलुओं के साथ इस दौरान ग्रिड के सफल संचालन तथा लोड कम होने की स्थिति में ग्रिड पर होने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
कोरोना से निपटने को प्रधानमंत्री की ओर से जागरूकता के लिए रात नौ बजे नौ मिनट के लिए बल्ब आदि बंद करने से राज्य में करीब 200 मेगावाट बिजली की खपत कम हो जाएगी। लोड फैक्टर में आने वाली इस गिरावट के दौरान ग्रिड को सामान्य रखने के लिए जल विद्युत परियोजनाओं से न्यूनतम उत्पादन किया जाएगा, जिसे नौ मिनट पूरे होने बाद फिर से सामान्य कर दिया जाएगा।
यूपीसीएल के एमडी बीसीके मिश्र ने बताया कि नौ मिनट की घरेलू लाइटों की बंदी के दौरान उत्तराखंड राज्य में अनुमानत: 200 मेगावाट लोड की कमी आएगी। यूजेवीएनएल ने कहा कि इस दौरान राज्य में स्थित खोदरी, छिबरो तथा धरासू परियोजना अपने मिनिमम उत्पादन क्षमता पर संचालित की जाएगी। इससे लगभग 250 मेगावाट विद्युत उत्पादन में कमी की जा सकेगी।
यूजेवीएनएल रविवार रात आठ बजकर 57 मिनट से इन परियोजनाओं की उत्पादन क्षमता को कम कर दिया जाएगा। रात नौ बजकर सात मिनट पर दोबारा परियोजनाओं से उत्पादन बढ़ाया जाएगा। इससे ग्रिड पर स्थिति सामान्य बनी रहेगी।
रविवार की रात आमजन को बिजली से संबंधित शिकायतों के लिए हेल्पलाइन 1912 खुली रहेगी। यूपीसीएल के एमडी ने कहा कि किसी तरह की दिक्कत होने पर उक्त नंबर समस्या नोट करा सकते हैं।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्रलय की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि रविवार की केवल घरेलू लाइटों को ही बंद किया जाना है। आवश्यक सेवाएं जिसमें अस्पताल, पुलिस, म्यूनिसिपल सेवाएं पहले की तरह सामान्य रहेंगी।
सचिव राधिका झा ने कहा कि रविवार रात नौ बजे से नौ मिनट तक कि अवधि के दौरान शटडाउन नहीं लिया जाए। निर्देशित किया कि विद्युत उत्पादन इकाइयों का परिचालन उत्तरी क्षेत्र लोड डिस्पैच सेंटर के निर्देशों के अनुसार किया जाए। इस दौरान यूपीसीएल एवं पिटकुल द्वारा स्वयं कोई शटडाउन नहीं लिया जायेगा।