उत्तराखंड में मंगलवार को कोरोना के 1925 नए मरीज मिले
राज्य में कोरोना संक्रमण की शुरूआत के बाद सर्वाधिक मरीज 19 सितम्बर को 2078 नए मरीज मिले थे। उसके बाद मंगलवार को मिले मरीजों की संख्या सर्वाधिक है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना के कुल मरीजों का आंकड़ा एक लाख 12 हजार को पार कर गया है। मंगलवार को विभिन्न अस्पतालों से 405 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। जिससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 99 हजार के पास पहुंच गई है। जबकि अस्पतालों व होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का आंकड़ा 9355 पहुंच गया है। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 3.85 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 88 प्रतिशत रह गई है।
उत्तराखंड में मंगलवार को कोरोना के 1925 नए मरीज मिले और 13 संक्रमितों की मौत हो गई। कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद से राज्य में अभी तक एक ही दिन में मिले नए मरीजों का यह दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है। जबकि इस साल पहली बार एक ही दिन में कोरोना संक्रमित 13 मरीजों की मौत हुई है। राज्य में कोरोना संक्रमण के हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार देहरादून में सर्वाधिक 775, हरिद्वार में 594, नैनीताल में 217, यूएस नगर में 172, अल्मोड़ा में 31, बागेश्वर में 13, चमोली में आठ, चम्पावत में 21, पौड़ी में 33, पिथौरागढ़ में 13, रुद्रप्रयाग में 12, टिहरी में 35 जबकि उत्तरकाशी में एक मरीज में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
राज्य में इस साल या कोरोना की दूसरी लहर में मंगलवार को सर्वाधिक 13 मरीजों की मौत हुई है। बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में भर्ती एक, कैलाश अस्पताल में भर्ती दो, हिमालयन हॉस्पीटल जॉलीग्रांट में भर्ती पांच जबकि हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। इससे पहले राज्य में एक ही दिन में कोरोना संक्रमितों की मौत का सर्वाधिक आंकड़ा 15 है जो 18 दिसम्बर को हुई थी। राज्य में एक ही दिन में 13 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत 21, 22 और 26 दिसम्बर को भी दर्ज की गई थी।
मंगलवार को राज्य भर के अस्पतालों से कुल 36 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इसमें से 22 हजार के करीब सैंपल हरिद्वार जिले के हैं। जबकि देहरादून जिले से काफी कम महज 6600 ही सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। पर्वतीय जिलों में सैंपल जांच की संख्या अभी भी काफी कम है। मंगलवार को विभिन्न लैब से 46 हजार के करीब सैंपल की रिपोर्ट आई जबकि 20 हजार के करीब सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी भी बाकी है।
राज्य में संक्रमण बढ़ने के साथ ही कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ती ही जा रही है। मंगलवार के बुलेटिन के अनुसार राज्य में कुल 54 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। इसमें से 30 कंटेनमेंट जोन अकेले राजधानी देहरादून में हैं। जबकि नैनीताल में 17, हरिद्वार में छह और पौड़ी में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
तिब्बतन होम्स फाउडेशन स्कूल के हैप्पी वैली छात्रावास में रहने वाले 16 छात्र कोरोना पॉजिटिव मिले,जिन्हें चमन स्टेट स्थित छात्रावास में होम क्वारंटाइन किया गया है। प्रशासन ने छात्रावास को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया। मंगलवार को तिब्बतन होम्स फाउंडेशन स्कूल में पढ़ने वाले तीन छात्रों की जांच रिर्पोट पॉजिटिव आई है, जबकि मंगलवार को 13 छात्र की जांच रिर्पोट पॉजिटिव आई थी। हैप्पीवैली स्थित छात्रावास में रह रहे थे, जिनको चमन स्टेट स्थित छात्रावास में शिफ्ट कर होम क्वारंटीन किया गया व चमन स्टेट स्थित छात्रावास को सील कर कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। वहीं नगर के विभिन्न स्थानों में 6 लोगों के सैम्पल भी पॉजिटिव मिले,जिन्हें होम क्वारंटीन किया गया है।
नोडल अधिकारी प्रदीप राणा ने बताया कि तिब्बतन होम्स स्कूल में 16 छात्रों की जांच रिर्पोट पॉजिटिव आई है, जिन्हें चमन स्टेट छात्रावास में होम क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 6 लोगों की जांच रिर्पोट भी पॉजिटिव आई है। एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि सोमवार को तिब्बन होम्स स्कूल में 13 छात्रों की जांच रिर्पोट पॉजिटिव आई थी व मंगलवार को 3 छात्रों की जांच रिर्पोट पॉजिटिव आई है। कुल मिलाकर 16 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, जिन्हें चमन स्टेट स्थित छात्रावास में होम क्वारंटीन किया गया है व उक्त छात्रावास को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी है। संक्रमित होने के बाद वह होम आइसोलेशन में चले गए हैं। फिलहाल, बलूनी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। सोशल मीडिया में जानकारी देते हुए बलूनी ने कहा कि ‘मित्रों, आज मेरी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। मैंने तत्काल उपचार प्रारम्भ कर दिया है। कोरोना का प्रभाव बढ़ रहा है। आप सभी भी अपना ध्यान रखें ।’