उत्तराखंड में कोरोना के 1333 केस, राज्य में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 108812 हो गई
राज्य में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 108812 हो गई है। 97 हजार मरीज इसमें से ठीक हुए हैं जबकि 7323 मरीज विभिन्न अस्पतालों व होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं। राज्य के विभिन्न अस्पतालों से 36 हजार के करीब सैंपल जांच के लिए भेजे गए। रविवार को कुल 31 हजार के करीब सैंपल की रिपोर्ट आई और 23 हजार के करीब सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 3.57 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 89 प्रतिशत रह गई है।
उत्तराखंड में कोरोना का प्रकोट दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को एक बार फिर मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ और एक ही दिन में 1333 नए मरीज मिले। चार अक्तूबर 2020 के बाद राज्य में एक दिन में मिले मरीजों की यह सर्वाधिक संख्या है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार रविवार को देहरादून जिले में सर्वाधिक 582 नए मरीज मिले हैं। जबकि हरिद्वार में 386, नैनीताल में 122, यूएस नगर में 104, पौड़ी में 49, अल्मोड़ा में 11, बागेश्वर में आठ, चमोली में नौ, चम्पावत में सात, पिथौरागढ़ में दो, रुद्रप्रयाग में पांच, टिहरी में 44 जबकि उत्तकाशी जिले में चार मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
रविवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती आठ कोरोना संक्रमित मरीजों की विभिन्न अस्पतालों में मौत हो गई। इस साल में एक ही दिन में मरने वालों का यह सर्वाधिक आंकड़ा है। एक ही दिन में आठ लोगों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हडकंप भी मचा हुआ है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण के बाद मरने वालों की कुल संख्या 1760 पहुंच गई है। रविवार को एम्स ऋषिकेश में एम, हिमालयन हॉस्पिटल में एक, कैलाश अस्पताल में चार, अरिहंत अस्पताल में एक और सिनर्जी अस्पताल में भी एक संक्रमित की मौत हो गई।
राज्य में कंटेनमेंट जोन की संख्या 52 हुई
रविवार को राज्य में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी पचास के पार पहुंच गई है। बुलेटिन के अनुसार देहरादून जिले में 27 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। नैनीताल में 18, हरिद्वार में छह जबकि टिहरी जिले में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। राज्य में संक्रमण फैलने की वजह से कंटेनमेंट जोन की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।
उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह के दौरान कोरोना के 5765 नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण की स्थिति एक बार फिर पिछले साल सितम्बर की स्थिति में पहुंच गई है। कोरोना काल के 56 वें सप्ताह के दौरान राज्य में 5765 नए मरीज मिले हैं। हालांकि इस सप्ताह के दौरान राज्य में अभी तक सर्वाधिक मरीजों की कोरोना जांच की गई है। इस सप्ताह में राज्य में कुल दो लाख 39 हजार लोगों की कोरोना जांच की गई। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 1819 मरीजों को इलाज के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया जबकि 27 मरीजों की अस्पतालों में इलाज के दौरान मौत हो गई है।
पिछले 12 सप्ताह के दौरान राज्य में मौत का यह आंकड़ा सर्वाधिक है। विदित है कि इस साल 15 मार्च के बाद से राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा था और पिछले सप्ताह में इसमें भारी तेजी आई है। यदि संक्रमण की स्थिति यही रही तो आने वाले दिनों में राज्य के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है। राज्य में अब सभी तरह की गतिविधियां खुल चुकी हैं और इसका असर संक्रमण पर पड़ रहा है। राज्य में अधिकांश मरीज देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जैसे मैदानी जिलों में मिल रहे हैं।
राज्य की आबादी का एक बड़ा हिस्सा इन्ही मैदानी जिलों में रहता है। ऐसे में सरकार के लिए लगातार चिंता बढ़ रही है। सोशियल डेवलपमेंट ऑफ कम्युनिटीज फाउंडेशन के अनूप नौटियाल का कहना है कि यह बेहद चिंताजनक स्थिति है और संक्रमण को रोकने के लिए तत्काल कारगर कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।