उत्तराखंड में कंटेनमेंट जोन में होगी शत-प्रतिशत टेस्टिंग

उत्तराखंड में कंटेनमेंट जोन में होगी शत-प्रतिशत टेस्टिंग
उत्तराखंड में शुक्रवार को कोरोना के 748 केस सामने आए। 327 मरीज ठीक हुए। पांच मरीजों की मौत हुई। कुल 1749 मरीजों की मौत हो चुकी है। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार को 13 केस अल्मोड़ा, 9 बागेश्वर, तीन चमोली, छह चम्पावत, 335 देहरादून, 229 हरिद्वार, 22 नैनीताल, 30 पौड़ी, आठ पिथौरागढ़, 18 टिहरी, 73 यूएसनगर, दो उत्तरकाशी में केस सामने आए। राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव केस 106246, ठीक हुए मरीज 97327 हो चुके हैं। 5384 एक्टिव केस मौजूद हैं। 24997 मरीजों के सैम्पल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। राहत की बात है कि रुद्रप्रयाग जिले में एक भी कोरोना का केस सामने नहीं आया है। चिंता की बात है कि प्रदेश में कंटेंनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। प्रदेश में देहरादून जिले में 25,हरिद्वार में 06,नैनीताल में 10 और टिहरी जिले में एक कंटेंनमेंट जोन बनाया गया है।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थामने के लिए कंटेनमेंट जोन में शत -प्रतिशत लोगों की जांच कराने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही वायरस की चेन को तोड़ने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने को कहा गया है। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने शनिवार को सचिवालय में कोरोना संक्रमण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि देशभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य में प्रोएक्टिव होकर कार्य करना होगा। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण की दृष्टि से अपनी तैयारियां पूरी रखें। उन्होंने सभी जनपदो में कोरोना जांच बढ़ाने के निर्देश दिए और कहा कि कंटेनमेंट जोन में शत प्रतिशत टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए। होटल, रेस्टोरेंट सहित भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड मानकों का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।

कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज में विशेष सावधानी बरतने के भी निर्देश दिए गए। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के बाद मौत के मामलों में कमी लाने के लिए डेथ रिव्यू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए हर जिले में सीनियर ऑफीसर को नियुक्त करने को कहा गया है। मुख्य सचिव ने इस दौरान राज्य में कोरोना जांच में तेजी लाने, अधिक से अधिक लोगों की जांच कराने, टीकाकरण अभियान को और तेज करने और जागरुकता को बढ़ाए जाने के भी निर्देश दिए। 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव के रूप में मनाने को कहा गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि गणमान्य लोग आमजन को जागरूक करें। जागरूकता अभियान में युवाओं को फोकस किया जाना चाहिए। कुम्भ क्षेत्र में विशेष ध्यान देते हुए अधिक से अधिक लोगों की टेस्टिंग की जाए।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि कोविड के पिछले पीक में राज्य ने बहुत अच्छा कार्य किया था। पर्यटक स्थलों में वोलेंटियर्स और पीआरडी जवानों ने शालीनता के साथ मास्क वितरण व अन्य कार्य किए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के अगले पीक को देखते हुए हमें समय रहते प्रयास करने होंगे।

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