देहरादून: आइटीआइ और पालीटेक्निक से तकनीकि शिक्षा लेने के बाद भी बेरोजगार युवाओं ने सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती की मांग को लेकर सचिवालय कूच किया।
हालांकि, सचिवालय से 50 मीटर पहले ही पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर बेरोजगारों को रोक दिया। इसको लेकर उनकी पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बाद में अपर नगर मजिस्ट्रेट माया दत्त जोशी ने बेरोजगारों से बात कर उन्हें समझाया। बेरोजगारों ने उन्हें ज्ञापन भी सौंपा।
उत्तराखंड आइटीआइ बेरोजगार संघ और पालीटेक्निक डिप्लोमाधारक संघ के बैनर तले बेरोजगार युवा सोमवार को 11 बजे परेड मैदान में एकत्र हुए। यहां से युवाओं ने रैली के रूप में सुभाष रोड स्थित सचिवालय के लिए कूच किया।
सचिवालय से पहले रोके पर जाने पर युवा वहीं सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान उत्तराखंड आइटीआइ बेरोजगार संघ के पदाधिकारी विरेंद्र सिंह ने बताया कि नौ जुलाई 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूपीसीएल के 513, यूजेवीएनएल के 174 और पिटकुल के 77 रिक्त पदों पर भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन आज तक इन पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी नहीं हुई।
इसी तरह ऊर्जा निगम में तकनीशियन ग्रेड-दो के 500, सिंचाई विभाग में नलकूप चाल के 331 और आइटीआइ में अनुदेशकों के 1386 पद पिछले 11 साल से रिक्त चल रहे हैं। दूसरी तरफ, हजारों युवा आइटीआइ और पालीटेक्निक से डिप्लोमा कर बेरोजगार बैठे हैं।
युवाओं ने मांग की कि सरकार 15 दिन के भीतर यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल में रिक्त 764 पदों पर भर्ती के लिए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से विज्ञप्ति जारी करे। इस मौके पर संजय कुमार, दिनेश शर्मा, प्रदीप सिंह बिष्ट, गौरव प्रसाद सती, जयकृष्ण राणा आदि मौजूद रहे।