आरबीएल निगम
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अक्टूबर 7 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय जनता पार्टी सेना का हौसला बढ़ाने का मुद्दा जनता के बीच लेकर जाएगी। साथ ही उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीति करने के मुद्दे पर कहा कि भाजपा ने इस पर किसी तरह की कोई राजनीति नहीं की। हमारे किसी भी मंत्री ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेस हमारी सरकार ने नहीं, बल्कि डीजीएमओ ने की है। अगर कोई तहसील स्तर का कार्यकर्ता पोस्टर लगाता है तो उनसे भाजपा पार्टी नहीं जानी जाती। भाजपा पीएम मोदी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और राजनाथ सिंह अन्य पार्टी नेताओं की वजह से जानी जाती है।
साथ ही शाह ने कहा, ‘कुछ पार्टियों ने भारत द्वारा पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए गए थे। मैं ऐसे प्रयासों की निंदा करता हूं। जिन्होंने भी ऐसे प्रयास किए हैं, उन्होंने सेना का अपमान किया, शहीदों का अपमान किया है। सेना की वीरता पर सवाल उठाए हैं। इसकी शुरुआत आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने की थी। केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। मैं बताना चाहता हूं कि केजरीवाल गुरुवार को पाकिस्तान में ट्रेंड करने लगे थे। अब इससे पता लगता है कि केजरीवाल किसे फायदा पहुंचा रहे हैं।’
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर राजनीति पर शाह ने कहा, ‘हमारी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कोई राजनीति नहीं की। भाजपा सरकार के लिए किसी भी मंत्री ने इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया। अगर तहसील स्तर पर कोई कार्यकर्ता कुछ बोल गया है तो वह सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर उत्साह से बयान दे दिया। सवाल यह है कि आप में वह उत्साह क्यों नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं को सर्जिकल स्ट्राइक पर गर्व है। अगर आपको नहीं है तो आपके मूल में ही खराबी है। मैं कांग्रेस को बताना चाहता हूं कि वे साल 71 के अखबार उठाकर देख लें। आपको पता लग जाएगा कि आपने उस वक्त क्या क्या किया था।’
इसके साथ ही अमित शाह ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जब जवानों के खून की दलाली का इस्तेमाल किया तो सभी सीमाओं का उल्लंघन कर दिया। यह देश की सेना का, देश के सवा करोड़ लोगों का अपमान है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि कोयले से लेकर टूजी तक किसने दलाली की। आपके जेहन में तो दलाली कहीं ना कहीं है। आतंक के खिलाफ जब पूरा देश एकजुट होकर लड़ने का मूड बना रहा है। तभी आपका एक बयान सेना के मनोबल को कमजोर कर देता है। राहुल गांधी का बयान कांग्रेस पार्टी की मानसिकता बताता है। कांग्रेस ने पीएम मोदी के लिए मौत का सौदागर शब्द का इस्तेमाल किया। इसके बाद से वे गुजरात में हार गए। इसके बाद उन्होंने जहर की खेती शब्द इस्तेमाल किया तो भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ आई। अब क्या होगा नहीं बता सकता।’
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर राजनीति पर शाह ने कहा, ‘हमारी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कोई राजनीति नहीं की। भाजपा सरकार के लिए किसी भी मंत्री ने इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया। अगर तहसील स्तर पर कोई कार्यकर्ता कुछ बोल गया है तो वह सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर उत्साह से बयान दे दिया। सवाल यह है कि आप में वह उत्साह क्यों नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं को सर्जिकल स्ट्राइक पर गर्व है। अगर आपको नहीं है तो आपके मूल में ही खराबी है। मैं कांग्रेस को बताना चाहता हूं कि वे साल 71 के अखबार उठाकर देख लें। आपको पता लग जाएगा कि आपने उस वक्त क्या क्या किया था।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार (6 अक्टूबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जवानों की शहादत का राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। गांधी ने कहा था, ‘जो हमारे जवान हैं जिन्होंने अपना खून दिया है, जम्मू और कश्मीर में खून दिया है, जिन्होंने हिन्दुस्तान के लिए सर्जिकल स्ट्राइक किये हैं, उनके खून के पीछे आप (मोदी) छिपे हैं। उनकी आप दलाली कर रहे हो। ये बिल्कुल गलत है।’