दिल्ली। केंद्रीय कोयला, खनन एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि सरकार देश के निर्माण में कोयला और खनन क्षेत्र का भरसक उपयोग करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि यह दोनों क्षेत्र उच्च उत्पादन लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। श्री जोशी कोयला और खनन मंत्रालय के तहत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के गैर-सरकारी निदेशकों के लिए यहां आयोजित अपनी तरह के पहले ओरिएन्टेशन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कोयला मंत्री ने कहा कि यह गैर-सरकारी निदेशक सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की कार्यकुशलता में और अधिक सुधार लाने के काम में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि देश का कोयला और खनन क्षेत्र प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत परिकल्पना के अनुरूप देश के निर्माण एवं देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि कोयला और खनन क्षेत्र रोजगार के अवसर पैदा करने वाले सबसे बड़े क्षेत्र हैं।
इस कार्यक्रम में कोयला, खनन एवं रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे, कोयला मंत्रालय के सचिव अनिल कुमार जैन, कोयला और खनन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सहायक संगठनों के अशासकीय निदेशकों ने भाग लिया।