शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से उत्तराखंड में रेलवे विस्तार को लेकर मंथन किया। इस दौरान रेलवे मंत्रालय और उत्तराखंड के अफसर भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने गोयल से देवबंद-रुड़की रेललाइन जल्द बनाने के साथ दिल्ली-हरिद्वार-देहरादून के बीच तेजस ट्रेन शुरू कराने का आग्रह भी किया। गोयल ने कहा कि जिस तरह मुंबई से वैष्णोदेवी के लिए फास्ट ट्रेन है, उसी तरह दिल्ली-दून के बीच पाथ-वे मिलते ही तेजस ट्रेन शुरू कराई जाएगी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली से हरिद्वार-देहरादून के बीच तेजस ट्रेन शुरू करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। उन्होंने रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों को इस पर काम करने के निर्देश भी दिए। साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन निर्माण की प्रगति पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, श्रीनगर तक ढाई साल में ट्रेन पहुंचाने का लक्ष्य है। इसके लिए बजट में 1,500 करोड़ की अलग से व्यवस्था की गई है। गोयल ने त्रिवेंद्र को आश्वस्त किया कि कर्णप्रयाग रेललाइन के निर्माण के लिए बाकी प्रोजेक्ट का बजट भी देना पड़े तो कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
यूरोप में रेल का सफर रोचक तो चारधाम यात्रा में क्यों नहीं
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि उत्तराखंड के चारों धामों की रेल से कनेक्टिविटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृढ़ संकल्प है। यूरोप में ट्रेन की यात्राएं बड़ी विचित्र और रोचक होती हैं। यात्री कुछ समय तक ट्रेन में सफर करते हैं, फिर ट्रैकिंग तो कहीं रोपवे और कहीं मोनो ट्रेन से सफर करते हैं। चारधाम को पर्यटन से जोड़ने के लिए उन्होंने त्रिवेंद्र से इस तरह की पहल के लिए कहा। जैसे-केदारनाथ जाने के लिए रोपवे बन रहा है। उन्होंने मंत्रालय के अफसरों को भी इस प्रोजेक्ट को रोचक बनाने के निर्देश दिए।
टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन को मिले मंजूरी
मुख्यमंत्री ने लालकुआं-खटीमा, टनकपुर-बागेश्वर और काशीपुर-धामपुर के बीच नई रेललाइनों को भी केंद्रीय मंत्री से मंजूरी देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इन तीनों रेल लाइनों का पहाड़ी इलाकों के विकास के साथ ही सामरिक दृष्टि से भी काफी महत्व है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से लालकुआं-शक्तिफार्म-सितारगंज से खटीमा तक नई रेललाइन को मंजूरी देते हुए इसका सौ फीसदी वित्तपोषण भी केंद्र सरकार से वहन करने का अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री ने इस
पर विचार करने की बात कही।
हरिद्वार-दून में डबल लाइन बने
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन का काम पूरा होने के बाद रेल यातायात में इजाफा होना स्वाभाविक है। इसे देखते हुए उन्होंने हरिद्वार-देहरादून के बीच डबल लाइन बनाने का आग्रह किया। उन्होंने ऋषिकेश में भारी माल लादने और उतारने के साथ कंटेनरों से लदे वैगनों के
रुकने के लिए रेल कंटेनर डिपो स्थापित करने की भी गुजारिश की।
महाकुंभ में प्रयागराज की तरह व्यवस्थाएं
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से कहा कि हरिद्वार महाकुंभ में रेलवे की तरफ से प्रयागराज कुंभ की तरह व्यवस्थाएं की जाएंगी। उन्होंने बताया कि जनवरी 2021 में हरिद्वार में होने जा रहे कुंभ के लिए रेलवे योजना बना रहा है। प्रयागराज में तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा के साथ ठहरने और शौच के पुख्ता बंदोबस्त थे। उन्होंने रेलवे के जीएम और आरपीएफ अफसरों को उत्तराखंड के अफसरों के साथ जल्द बैठक करते हुए ठोस योजना बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री और जनता का आभार जताया
गोयल ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन के लिए फॉरेस्ट लैंड को नॉन फॉरेस्ट लैंड में परिवर्तित करने की मंजूरी मिल चुकी है। 167 हेक्टेयर राजस्व भूमि का अधिग्रहण भी हो चुका है। बाकी राज्यों की अपेक्षा उत्तराखंड में अधिग्रहण के मामले में दिक्कत नहीं आई। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री और जनता का आभार जताया। इस परियोजना के लिए जियो टैक्निकल इन्वेस्टीगेशन भी पूरी हो चुकी है। इसके तहत रोड अंडरब्रिज और रोड ओवरब्रिज भी तैयार कर लिया गया है।