दोबारा विश्वगुरु बनेगा भारत शिक्षित युवाओं के बल पर – निशंक

अन्य देश जहां पूरी दुनिया को बाजार मानते हैं, हम बाजार नहीं परिवार मानते हैं। उन्होंने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि दुनिया में परिवर्तन का कारक बनने वाले आसमान से नहीं टपकते। जीवन में कुछ करगुजरने के लिए मानसिकता व संकल्प होना चाहिए। उन्होंने छात्रों से उदरपूर्ति को नौकरी न कर जीवन को दिशा देने की बात कही। कहा कि यह समय नौकरी कर केवल उदरपूर्ति करने का नहीं दूसरों को नौकरी देने और समाज की भलाई को अनुसंधान से जुड़ने का है। केंद्रीय मंत्री ने अंत में कवि सोहनलाल द्विवेदी की ‘कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती..’ रचना सुनाकर युवाओं से जीवन में कभी परिस्थितियों से समझौता नहीं करने का भी वायदा लिया।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने युवाओं से अनुसंधान से जुड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षित-प्रशिक्षित युवाओं के बल पर यह देश दोबारा विश्वगुरु बनेगा। ग्राफिक एरा हिल विवि के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे केंद्रीय मंत्री डॉ.निशंक ने कहा कि यह देश विश्वगुरु रहा है। जिसने दुनिया का परिचय ज्ञान, विज्ञान, आध्यात्म और योग से कराया। यहां आर्यभट्ट, वराहमिहिर, सुश्रुत आदि के साथ अपाला, घोषा और गार्गी व मैत्रेयी जैसी महिला विद्वान भी हुई हैं।

128 विवि के साथ भारत कर रहा साझा अनुसंधान 
केंद्रीय मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने अनुसंधान विकास के क्षेत्र में अकादमिक और अनुसंधान सहयोग संवर्द्धन योजना (स्पार्क) के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और ताइवान आदि विश्व के 128 विवि के साथ मिलकर शोध कार्य किया जा रहा है। जिसका लाभ समस्त विश्व के लोगों को मिलेगा।

टॉप 50 में आए भारत के दो विवि 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दुनिया के टॉप पचास विवि की सूची में भारत के दो विवि आ गए हैं। जो गौरव की बात है। कभी एक अदद विवि भी सूची में नहीं आ पाता था। कहा कि आने वाले समय में विवि की रैंकिंग में देश के और भी विवि शामिल होंगे। कहा कि सकल नामांकन अनुपात(जीईआर) में छात्रों की तुलना में छात्राओं का नामांकन का प्रतिशत बढ़ा है।

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