नयी दिल्ली। राज्यसभा में कांग्रेस, सपा और आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने कासगंज में हिंसा तथा दिल्ली में सीलिंग के मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए हंगामा किया जिसके कारण उच्च सदन की बैठक शून्यकाल के दौरान बाधित हुई। दिल्ली में चल रहे सीलिंग अभियान का उल्लेख करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने प्रश्नकाल में कहा कि लाखों छोटे व्यापारियों के उजड़ते कारोबार के मद्देनजर सरकार को अपना पक्ष रखना चाहिये। आजाद ने कहा ‘‘दिल्ली लोकसभा एवं राज्यसभा, दोनों सदनों के सदस्यों का दूसरा घर है। इसलिए हिन्दुस्तान के सारे सांसदों का कर्तव्य है कि वे दिल्ली के लोगों की मदद करें। दिल्ली के लाखों लोग उजाड़े जा रहे हैं। इसके लिए केन्द्र की सरकार जिम्मेदार है। आजाद ने सरकार से इस मामले में जवाब देने की मांग करते हुये कहा ‘‘मंत्री को यहां (संसद में) जवाब देना चाहिए।
विपक्ष का राज्यसभा में हंगामा
मंत्री इस बात का जवाब दें कि किस तरह लाखों छोटे दुकानदारों को सड़कों पर उठाकर फेंक रहे हैं। एक तो आपकी (केन्द्र सरकार की) गलत नीति के कारण पूरे हिन्दुस्तान में कारोबार बंद हो गया। अब जो लोग सड़कों पर एक-दो रूपये कमा रहे हैं, आप उनको भी फेंक रहे हैं।’’ आज सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर आप के सदस्य संजय सिंह, एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता ने सीलिंग के मुद्दे पर आसन के नजदीक आकर नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी कर रहे आप सदस्यों का कहना था कि उन्होंने पहले ही इस मामले में नोटिस देकर यह मुद्दा उठाने की अनुमति मांगी थी। इस पर कुरियन ने कहा कि आप को आज यह मुद्दा उठाने का मौका दिया जाता लेकिन आप सदस्यों ने हंगामा कर यह अवसर गंवा दिया। अब इस बारे में सोमवार को विचार किया जायेगा। हंगामे के बीच ही कांग्रेस सदस्य के पी रामचंद्र राव का सदन में मौन प्रदर्शन जारी रहा। वह सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर हाथ में ‘‘हेल्प आंध्र प्रदेश’’ लिखा बैनर लेकर आसन के समीप खड़े होकर मौन प्रदर्शन कर रहे थे।
आंध्र प्रदेश के लिये विशेष पैकेज की मांग कर रहे राव के इस रवैये पर कुरियन ने लगातार नाराजगी जताते हुये इसे ‘‘अव्वल दर्जे की अनुशासनहीनता तक करार दिया।’’ इससे पहले सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सपा के रामगोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो समुदायों के बीच हिंसा का मामला उठाया था। कुरियन ने इस बारे में यादव द्वारा कोई नोटिस नहीं दिये जाने का हवाला देते हुये उन्हें यह मुद्दा उठाने की अनुमित नहीं दी। नारेबाजी के बीच ही रामगोपाल यादव और सपा सदस्य नरेश अग्रवाल ने अपनी बात जारी रखते हुए हुये आरोप लगाया कि कासगंज हिंसा में अल्पसंख्यकों को स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से इस मामले में सदन में अपना पक्ष रखने की मांग करते हुये दावा किया कि कासंगज में हिंसा से जुड़ा एक वीडियो वायरल हुआ है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि हिंसा किसने की।
कुरियन ने कहा कि सदस्यों द्वारा इस मामले में चर्चा के लिये कोई नोटिस नहीं दिया गया है इसलिये वह कुछ नहीं कर सकते हैं। सदन में नारेबाजी और शोरगुल बढ़ते देख उपसभापति ने सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी थी। दोपहर बारह बजे सदन में प्रश्नकाल शुरू होने पर आप सदस्य आसन के समक्ष आ गये और दिल्ली में सीलिंग का विरोध करने लगे। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष आाजद ने दिल्ली के सीलिंग अभियान पर सरकार से जवाब मांगा। इसके बाद सदन में प्रश्नकाल सामान्य तौर पर चलने लगा।