उत्तराखंडी आज नहीं जागा तो कल हो जाएगी देर
हर चौराहे पर लगे नारा “बोल पहाड़ी हल्ला बोल”
पिथौरागढ़। उत्तराखंड बचाओं संघर्ष समिति के कार्यकर्ता 29 सितंबर को ऋषिकेश में आयोजित “उत्तराखंड स्वाभिमान रैली” में भाग लेंगे। इसके लिए उत्तराखंड की सभी जिला इकाइयों को तैयारी करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंडी नहीं जागे तो आने वाली पीढ़ियां उन्हें कभी भी माफ नहीं करेगी।
समिति के राज्य संयोजक तथा चीन सीमा से लगे मुनस्यारी के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि 24 वर्षों में उत्तराखंड को हमने बिकते हुए देखा है।
उत्तराखंड को अय्याशी का अड्डा बना दिया गया है।
उत्तराखंड की संस्कृति और सामाजिक संरचना को कुचला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जमीन, पर्यावरण, रोजगार के साथ यहां की बहन बेटियों को बचाने के लिए मूल निवास 1950 तथा सख्त भू-कानून की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भावी पीढियों के लिए बचाने के लिए हर उत्तराखंडी को इस स्वाभिमान रैली में भाग लेना चाहिए।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के पंचायत प्रतिनिधियों के संगठन उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन इस आंदोलन को पूर्व में ही अपना समर्थन दे चुका है।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि संघर्ष समिति के प्रत्येक जनपद के कार्यकर्ता 29 सितंबर को ऋषिकेश की स्वाभिमान रैली में भाग लेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि उत्तराखंड के हर गांव में “गांव बचाओ संघर्ष समिति” का निर्माण किया जाना चाहिए।
उन्होंने इस बात को लेकर जोर दिया कि अगर उत्तराखंड को बचाना है तो हमें सबसे पहले अपने गांव को बिकने तथा अय्यासी का अड्डा बनने से बचाना होगा।
उन्होंने कहा कि अब और अंकिता भंडारी जैसी दुखद घटना को हम नहीं देखना चाहते है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में “बोल पहाड़ी हल्ला बोल ” हर चौराहे पर सुनाई देना चाहिए तभी उत्तराखंड मे आने तथा जाने वाली सरकारे जागेगी।