नयी दिल्ली। माकपा ने मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल को लूट और झूठ की सरकार करार देते हुये कहा है कि केन्द्र सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही है। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने आज मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल की विफलताओं के ब्योरे पर आधारित पुस्तिका जारी करते हुये कहा ‘‘सरकार की प्राथमिकतायें स्पष्ट हैं। इसमें गरीब किसानों के लिये राहत की कोई उम्मीद नहीं लेकिन उद्योगपतियों के लाखों कर्ज माफ कर दिये गये हैं।’’
उन्होंने कहा कि पार्टी ने रोजगार, कृषि, भ्रष्टाचार और विकास सहित अन्य मामलों में मोदी सरकार के चुनावपूर्व किये गये वादों की हकीकत को तथ्यों के साथ पुस्तिका में उजागर किया है। उन्होंने कहा कि सभी वादे चार साल में जुमले साबित हुये, इसलिये सरकार के रिपोर्ट कार्ड को ‘लूट सरकार, झूठ सरकार’ नाम दिया गया है।
येचुरी ने कहा कि दो करोड़ नौकरियां हर साल देने का मोदी सरकार का वादा सबसे बड़ा जुमला साबित हुआ। उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि चार सालों में हर साल सिर्फ 19 लाख रोजगार सृजित हुये। यह आंकड़ा किये गये वादे से दस गुना कम है। येचुरी ने कहा ‘‘नयी नौकरियां भूल जायें, इस सरकार ने लोगों की नौकरियां छीन लीं।’’
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के चार साल देश के लिये बेहद कष्टप्रद साबित हुये। इसका सबूत उद्योगपतियों की कर्ज माफी और बैंकों का कर्ज लेकर 36 करोड़पति उद्योगपतियों का फरार होना है। दूसरी तरफ किसान आत्महत्या करने के लिये मजबूर हुये हैं। उन्होंने कहा कि बीते चार सालों में जुमले ही मोदी सरकार की पहचान बन सके।