उत्तराखंड के दो शिक्षकों को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार
कोरोना के चलते इस बार राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी सभागार में ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रपति पुरस्कार पाना प्रत्येक शिक्षक का सपना होता है। उन्होंने देहरादून की मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि देहरादून से हर साल राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए शिक्षक चुने जाते हैं, यह किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है।
शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षिका सुधा पैन्यूली व राजकीय हाईस्कूल पुड़कुनी (कपकोट) के प्रधानाचार्य डॉ. केवलानंद कांडपाल को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके नाम की घोषणा की, जिसके बाद जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने शिक्षिका सुधा पैन्यूली को सम्मानपत्र और मेडल भेंट किया।
सीईओ आशारानी पैन्यूली ने बताया कि सुधा पैन्यूली 30 वर्षों से शिक्षा विभाग में बतौर शिक्षिका सेवाएं दे रही हैं। मौजूदा समय में वे कालसी ब्लाक स्थित एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल में उप प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि सुधा ने सरकारी शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वहीं, सुधा पैन्यूली ने कहा कि उन्होंने कभी सम्मान के लिए काम नहीं किया। वे अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा देने की कोशिशों में जुटी हैं। आगे भी उनका प्रयास रहेगा कि छात्रों के लिए कुछ बेहतर करें।
शिक्षक दिवस पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राजकीय हाईस्कूल पुड़कुनी (कपकोट) के प्रधानाचार्य डॉ. केवलानंद कांडपाल को राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया। जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में डीएम विनीत कुमार ने डॉ. केवलानंद को राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार स्वरूप मेडल और प्रशस्ति पत्र दिया।
उन्होंने डॉ. केवलानंद को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शुभकामनाएं दीं। बताया कि डॉ. केवलानंद ने विद्यालय के लिए निशुल्क भूमि उपलब्ध कराने के साथ ही विद्यालय छोड़ चुकीं छात्राओं को फिर से विद्यालय में प्रवेश दिलाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। इसी का प्रतिफल है कि उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
उन्होंने इसे जिले के लिए गौरव बताया। कहा कि शिक्षक समाज का दर्पण होता है, जो समाज को नई दिशा दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डीएम ने कहा कि हमें ऐसे शिक्षकों की जरूरत है, जो विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिए कार्य करें। उन्होंने डॉ. कांडपाल प्रेरणा लेने की अपील की। कार्यक्रम में प्रभारी सीईओ प्रमोद तिवारी, डीईओ बेसिक पद्मेंद्र सकलानी समेत शिक्षक डॉ. केवलानंद के परिजन मौजूद थे।