वॉशिंगटन। अमेरिका और ईरान के रिश्ते तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। ट्रम्प प्रशासन ने गुरुवार को ईरान के सरकारी अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों को अमेरिका में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियोने कहा कि कई साल से ईरानी अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य चुपचाप अमेरिका की स्वतंत्रता और समृद्धि का फायदा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ईरान के अफसरों और उनके परिवार के लोगों अमेरिका में शिक्षा, रोजगार, मनोरंजन और सांस्कृतिक अवसरों का लाभ उठाया। अब वहां का कोई भी नागरिक अमेरिका के स्वतंत्र समाज में मौकों का फायदा नहीं उठा पाएगा। ईरान के लोग अपने शासन के भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन से परेशान हैं।
अमेरिका ने यह घोषणा ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और अधिकारियों को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वीं सत्र में भाग लेने के लिए अस्थायी वीजा दिए जाने के बाद की। शुरू में यह साफ नहीं था कि ईरान के नेताओं को सत्र के समय पर अमेरिका में प्रवेश करने का अधिकार दिया जाएगा।
इससे पहले अमेरिका और दूसरे देशों ने सऊदी अरब में तेल कंपनी पर हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। वहीं, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनकी सरकार किसी भी परिस्थिति में ट्रम्प प्रशासन के साथ तब तक बातचीत नहीं करेगी, जब तक कि हमारे ऊपर लगे प्रतिबंध हटा नहीं लिए जाते।
ओबामा प्रशासन के समय 2015 में ईरान और कई अन्य देशों ने परमाणु समझौता किया था। लेकिन, ट्रम्प सरकार खुद को समझौते से अलग कर ईरान पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। इसके बाद से ही ईरान अमेरिका के साथ बातचीत से इनकार करता रहा है।