तीर्थ यात्रियों से गुलजार रहने वाले पुरोहितों की गद्दियां भी लॉक हैं। कोरोना संक्रमण लंबा चलने और यात्रियों के नहीं आने की आशंका से धर्मनगरी का हर वर्ग का व्यापारी परेशान है। हर साल चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले हरिद्वार में चहल पहल शुरू हो जाती थी। बड़ी संख्या में यहां यात्री डेरा डाल देते थे।
उत्तराखंड के दो धामों गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट आज रविवार को दोपहर को खुल जाएंगे। इसके बाद विश्व प्रसिद्ध हरिद्वार में सन्नाटा पसरा हुआ है। दिनरात जाने वाली हरकी पैड़ी के गंगा घाटों पर दूर दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा है।
एक महीने पहले से ट्रेवल एजेंसियों के माध्यम से बुकिंग हो जाती थी। होटल, धर्मशाला, लॉज और गेस्ट हाउस मालिक भी तैयारी कर लेते थे। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने से ठीक एक दिन पहले कई वाहनों से यात्रियों को यहां से रवाना किया जाता था। इस बार ऐसा नहीं हुआ। सारे प्रतिष्ठान बंद और सड़कों पर सन्नाटा पसरा है।