शिक्षा क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले टीचर्स को इस बार नहीं मिलेंगे गवर्नर्स टीचर अवॉर्ड
शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार के बाद गर्वनर्स टीचर अवॉर्ड का नंबर आता है। 2015 में तत्कालीन राज्यपाल केके पॉल ने शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए इसकी शुरुआत की थी। जून और जुलाई में शिक्षक चयन प्रक्रिया के बाद अगस्त आखिर तक घोषणा की जाती थी। प्रभारी शिक्षा निदेशक आरके उनियाल बोले, टीचर अवॉर्ड को लेकर शासन से दिशा-निर्देश लिए जाएंगे।
शिक्षा क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बेसिक, माध्यमिक, संस्कृत शिक्षकों को दिया जाने वाला गर्वनर्स टीचर अवॉर्ड इस साल मिलना मुश्किल ही है। कोरोना महामारी ने राज्य के शिक्षा जगत के दूसरे सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार पर भी असर डाला है। विभाग शिक्षकों का चयन ही नहीं कर पाया। 5 सितंबर को उत्तराखंड बोर्ड टॉपरों का सम्मान भी अटक गया।