टिहरी। राजकीय इण्टर कॉलेज मरोड़ा (सकलाना) के 250 छात्र छात्राओं को कृमि की दवाई खिलाई गई तथा जन जन से 1 से 19 साल के बच्चों व बालिक को अलबेंडाझोल की गोलियां खिलाने के लिए जागरूक व प्रेरित किया गया।
वृक्षमित्र डॉ. त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा कि बच्चों में कृमि बीमारी के लक्षण अधिक मिल रहे हैं जो बहुत दुःखत हैं इसका सावधानी ही बचाव हैं। कृमि बीमारी में भूख न लगना, बुखार आना, शरीर का पीला पड़ना, पेट दर्द होना, चक्कर आना, थकावट महसूस होना, दिल में धक धक होना, यदाकदा दस्त लगना, कुपोषण व खून की कमी ये कृमि के लक्षण हो सकते हैं जिनसे बचने के लिए गंदा पानी, बासी खाना न खाना तथा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना होगा।
कृमि बीमारी से छुटकारा रैलियों, सभाओं व जन जन को जागरूक करके किया जा सकता हैं जिसके लिए समय समय पर छात्र छात्राओं के माध्यम से गांव के लोगों को कृमि बीमारी से बचने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाकर जागरूक व प्रेरित किया जाता हैं, इसी के तहत आज हमारे विद्यालय के छात्रों को कृमि के अलबेंडाझोल की दवाई खिलाई गई ताकि पेट में पनपने वाले कीड़ो से उत्तराखंड का हर गांव मुक्त हो सके।
प्रधानाचार्य बी आर शर्मा ने कहाकि ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण जानकारियां न मिलने से बीमारी पनपती हैं जन जन को जागरूक व प्रेरित करने में छात्र छात्राएं अहम भूमिका निभाते हैं हमारे विद्यालय में 400 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं सभी को अलबेंडाझोल की दवाई खिलाई जाएगी औए छात्रों के माध्यम से गांव के बच्चों को कृमि की दवाई के लिए जागरूक करने की अपील की गई।
कार्यक्रम में राजेंद्र रावत, नवीन भारती, इन्द्रदेव वशिष्ठ, पहल सिंह, गिरीश चंद्र कोठियाल, एस सी बडोनी, ऋषिवाला चौधरी, तेजी महर, राधिका, मानसी, पूजा, हिमांशी, वीरेंद्र, अरविंद एवँ रोहित आदि शामिल थे।