ट्रम्प ने एफबीआई को लिया आड़े हाथों

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को जांच एजेंसी एफबीआई को आड़े हाथ लिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मई 2017 में जब उन्होंने जेम्स कोमी को एफबीआई निदेशक के पद से बर्खास्त किया तो एजेंसी ने ‘‘बगैर किसी कारण और बिना सबूत के’’ इस बात की जांच शुरू कर दी कि कहीं वह रूस के लिए तो काम नहीं कर रहे।

‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर के मुताबिक, एफबीआई ने यह पता लगाने के लिए खुफिया जांच शुरू की है कि कहीं ट्रंप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा तो नहीं। इतना ही नहीं, एफबीआई ने राष्ट्रपति द्वारा न्याय में अवरोध पैदा करने की आशंका की भी आपराधिक जांच शुरू कर दी है।

एफबीआई की जांच शुरू होने के कारण 2016 के चुनावों में रूस की दखलंदाजी के मामले में विशेष वकील रॉबर्ट मुएलर की ओर से की जा रही जांच का दायरा और बड़ा हो गया है। अखबार ने कहा कि इस बात के कोई सबूत सार्वजनिक नहीं हैं कि ट्रंप रूसी अधिकारियों के संपर्क में थे या उन्होंने रूसी अधिकारियों से कोई निर्देश लिया।

ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ‘‘वाह, नाकाम हो रहे न्यूयॉर्क टाइम्स से अभी-अभी पता चला कि एफबीआई के भ्रष्ट पूर्व अधिकारियों, जिन्हें किसी बुरी वजह से एजेंसी छोड़ने को मजबूर होना पड़ा या फिर जो तकरीबन बर्खास्त कर दिए गए, उन्होंने मेरे बारे में जांच शुरू की…बगैर किसी वजह और बगैर किसी सबूत के….यह जांच तब शुरू की गई जब मैंने जेम्स कोमी को बर्खास्त किया।’’

ट्रंप ने कहा, ‘‘कोमी के बदतर नेतृत्व के कारण…एफबीआई पूरे संकट में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिस दिन मैंने जेम्स कोमी को बर्खास्त किया, वह अमेरिका के लिए महान दिन था।’’ ट्रंप की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने शनिवार को एक बयान में कहा कि ताजा आरोप ‘‘बकवास’’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जेम्स कोमी को इसलिए बर्खास्त किया गया था क्योंकि वह कलंकित पक्षपाती है…(और) राष्ट्रपति ट्रंप असल में रूस पर सख्त रहे हैं।’’

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