मुंबई। अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा कि देश के लिए प्यार का इजहार खुलकर करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि आजकल ‘‘आडंबरपूर्ण राष्ट्रवाद’’ और ‘‘अंधराष्ट्रीयता’’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल लोगों को शर्मसार करने के लिए किया जा रहा है। अपनी नई फिल्म ‘‘मणिकर्णिका’’ के एक गीत को जारी करने के दौरान राष्ट्रवाद पर बात करते हुए कंगना ने कहा कि वह गीतकार प्रसून जोशी और लेखक विजयेंद्र प्रसाद से सहमत हैं जिन्होंने ऐसे ही विचार रखे।
कंगना ने जोशी के साथ एक कार्यक्रम में पत्रकारों से कहा, ‘‘इन दिनों आडंबरपूर्ण राष्ट्रवाद और अंधराष्ट्रीयता जैसे शब्दों का इस्तेमाल शर्मिंदा करने के लिए किया जाता है। जब हमने अपने सेट पर इन शब्दों का इस्तेमाल किया तो प्रसून सर और विजयेंद्र प्रसाद ने हमें कहा, ‘‘हां, यह आडंबरपूर्ण राष्ट्रवाद है। क्यों ना हो? तो आप कितने भावुक हो, आपकी भावना कैसी होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रसून सर ने कितनी खूबसूरती से बताया है किसी को अपने प्यार का इजहार करने में शर्मिंदा नहीं होना चाहिए।
विभिन्न रंगों के ध्वज फहराए जा रहे हैं तो हमारे तिरंगे में क्या खराबी है? हमें इसे लेकर शर्मिंदा नहीं होना चाहिए।’’ अभिनेत्री का समर्थन करते हुए जोशी ने कहा कि देश के लिए प्यार आज ‘‘अनुचित’’ हो गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि यह किसने किया लेकिन किसी ने देश के लिए प्यार को अनुचित बना दिया है। वे ऐसे हैं कि ‘यह राष्ट्रवाद क्या चीज है?’ मुझे दुख होता है जब युवा सवाल करते हैं कि इसे दिखाने की क्या जरुरत है। हमें जरुरत है।
जब प्यार होता है तो उसे जताने की जरुरत होती है। मैं ‘देशप्रेम जताओ’ हैशटैग शुरू करना चाहता हूं।’’लेखक-गीतकार ने कहा कि देश के लिए प्यार व्यक्त करने के कई तरीके हैं लेकिन इसे ‘‘जताना’’ भी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘कोई कविता लिखकर या तस्वीर बनाकर आपको प्यार जताना चाहिए। अगर आपके दिल में प्यार है तो आपको जताने की जरुरत होती है।’’ झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जिंदगी पर बनी ‘‘मणिकर्णिका’’ 25 जनवरी को रिलीज होनी है।