नागपुर। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण ने गुरुवार को कहा कि चूंकि भाजपा विकास करने में ‘‘नाकाम’’ हो गई तो उसने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राम मंदिर का मुद्दा उठा दिया लेकिन लोग ऐसे ‘चुनावी हथकंडों’ से गुमराह नहीं होंगे। विवादास्पद राफेल सौदे को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मुद्दा कमजोर नहीं पड़ेगा और सच सामने आएगा। विपक्षी दल कांग्रेस राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है जबकि सरकार इससे इनकार कर रही है।
कांग्रेस ने आगामी आम चुनावों के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकारों की ‘नाकामियों’ को उजागर करने के लिए ‘संघर्ष यात्रा’ के पांचवें चरण की शुरूआत की जिसके बाद चह्वाण नागपुर में संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘भाजपा के पास मुद्दे नहीं है। वह विकास के मोर्चे पर विफल हो गई है और इसलिए उसने चुनावों से महज छह महीने पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया लेकिन जनता इन चुनावी हथकंडों से गुमराह नहीं होगी।’ यह पूछे जाने पर कि क्या राम मंदिर मुद्दा और सामान्य वर्ग के लिए आरक्षण का मकसद राफेल विमान सौदे विवाद से ध्यान भटकाना था, इस पर चह्वाण ने कहा कि राफेल मुद्दा उच्चतम न्यायालय में है और जनता इसके बारे में भी अच्छी तरह जानती है।
सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 फीसदी आरक्षण दिए जाने के असर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनावों पर इसका असर बाद में दिखेगा। उन्होंने कहा कि यह विधेयक पारित हो गया लेकिन महाराष्ट्र पर इसका क्या असर पड़ेगा खासतौर से मराठा आरक्षण की बहस पर, इसके बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। जब महाराष्ट्र सरकार 10 फीसदी आरक्षण को स्पष्ट कर देगी तभी हम टिप्पणी कर पाएंगे।