ड्रग्स लेने की आदत थीं अनिल कपूर को

मुम्बई। अनिल कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1965 मुबंई के चेंबुर इलाके में हुआ था। इनके पिता सुरेन्द्र कपूर पहले शमी कपूर साहब और गीता बाली जी के मैनेंजर हुआ करते थे। इसके बाद वह खुद एक प्रोड्यूसर  बने। चार भाई बहनों में अनिल कपूर दूसरे नबंर पर आते है। इनके बड़े भाई बोनी कपूर प्रोड्यूसर  है,  छोटे भाई सजंय कपूर एक्टर है।

बॉलीवुड के मोस्ट हैंडसम डैड और सदा जवान दिकने वाले अनिल कपूर ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी है। ‘जुदाई’, ‘नायक’, ‘लाडला’, ‘राम लखन’, ‘मिस्टर इंडिया’ और ‘बेटा’ जैसी शानदार फिल्मों में बेमिसाल अभिनय प्रदर्शन करके लोगों के दिलों में अनिल ने अपनी एक खास छाप छोड़ी है। मालूम हो अनिल कपूर अपने कॉलेज के दिनों में ड्रग्स लेते थे। ये बात खुद अनिल ने एक इंटरव्यू में बताई थी कि वो ऐसा करते थे। वहीं एक समय था जब वो काफी ड्रिंक भी करते थे। हालांकि बाद में उन्होंने ड्रग्स छोड़ दी और ड्रिंक भी लिमिट में ही करने लगे। फिलहाल आइये जानते हैं अनिल कपूर की जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें:-

अनिल कपूर सबसे पहले 12 साल की उम्र में बाल कलाकार के रुप में शशी कपूर की फिल्म में नजर आये थे। आगे जाकर यही अनिल कपूर इतना बड़ा नाम बनेंगे यह उस समय पता लगाना मुश्किल था। सबसे पहले इन्होनें कुछ फिल्मों में छोटे रोल किये। फिल्म ‘ शक्ति’  में यह दिलीप कुमार के पोते और अमिताभ बच्चन और स्मिता पाटिल के बेटे के रुप में नजर आये थे। हालांकि इससे पहले भी अनिल कपूर ने साल  1989 में  फिल्म ‘ हमारे तुम्हारे’ में भी एक छोटा- सा रोल निभाया था।

अनिल कपूर की पहली फिल्म ‘वो सात दिन’ थी। इस फिल्म में पदमी कोलाहपूरे इनकी हिरोइन थी, और थियेटर के जबरदस्त एक्टर नसरुद्दीन शाह इनके सामने थे। इस फिल्म के बाद यश चोपड़ा साहब ने इन्हें अपनी फिल्म ‘मशाल’  के लिए साइन किया।फिल्म ‘मशाल’  में अनिल कपूर ने एक टपोरी का किरदार निभाया था। इस फिल्म में  दिलीप कुमार , महिदा रहमान , लति अग्नियोत्री जैसे बड़े सितारो का ताता लगा हुआ था । अनिल कपूर इस फिल्म के साथ ही बेहद ही शानदार तरीके से एक सुपरस्टार के रुप में उभरे थे। इस फिल्म के बाद इनके टपोरी किरदार को बेहद सरहाया गया, इसी के चलते अनिल कपूर को कई फिल्मों  में टपोरी का ही किरदार मिला। लेकिन अभी भी स्टारडम  अनिल कपूर से थोड़ा दूर था।

अनिल कपूर ने युद्ध और साहेब जैसी कुछ अच्छी फिल्में भी की थी। लेकिन सुभाष घई की फिल्म ‘मेरी जंग’ में अनिल कपूर ने  अपने किरदार को बाखबूी  निभाया और साबित भी कर दिया कि  मैं एक्शन भी जानता हूँ और इमोशन भी जानता हूँ। अनिल कपूर को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर के अर्वाड से भी नवाजा गया था। इसके बाद अनिल कपूर ने सुभाष घई के साथ राम लखन , ताल और कर्मा जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। इस फिल्म के बाद अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ  की जोड़ी बेजोड़ जोड़ी बन गयी थी।

जहां एक तरफ अनिल कपूर की तुलना अमिताभ बच्चन के साथ होने लगी थी, वहीं दूसरी तरफ कुछ निजी वजूवात ऐसे बन गये थे जिसकी वजह से अनिल कपूर जरा परेशानी में थे ।  बात यूं थी कि अनिल कपूर का अफेयर फैशन डिजाइनर और मॉडल सुनीता कपूर के साथ चल रहा था। सुनिता जी के माता- पिता शुरुआत में इनकी शादी के खिलाफ थे, लेकिन बाद में वह मान भी गये।

लेकिन उस समय फिल्म इंडस्ट्री का एक अजब रुल हुआ करता था। उस दौर में ऐसा कहा जाता था कि  अगर हीरो शादी शुदा हो, तो  पब्लिक उसे कम पंसद करती है। इसी के चलते अनिल कपूर को यह सुझाव भी दिये गये कि वह शादी बाद में करें।  लेकिन इनके अफेयर को पांच साल हो गये थे और अनिल कपूर ने अपने आप से सवाल किया कि मैं क्या करुं। एक लड़की जो  पांच साल से मेरे साथ  है, उसके साथ रिश्ता आगे न बढ़ाऊ, शादी न करु, या फिर फिल्म इंडस्ट्री का यह रुल तोड़ दूं।
अनिल कपूर ने अपने दिल की आवाज सुनी और इस फिल्म इंडस्ट्री का रुल तोड़ दिया। दोनों ने साल 1984 में शादी कर ली थी।  हालांकि यह दो बार अपनी शादी की डेट आगे बढ़ा चुके थे। इस शादी से अनिल कपूर को तीन बच्चे हुए सोनम, रिहा और हर्षवर्धन अनिल कपूर एक तरफ मल्टी स्टारर फिल्म कर रहे थे, तो दूसरी तरफ कुछ हटके फिल्मों में भी इन्होनें खूब नाम कमाया था। फिल्म चमेली की शादी और ईश्वर में इनके किरदार को भला  कोई कैसे भूल सकता है। लेकिन अनिल कपूर ने अपनी फिल्मों में जबरदस्त उतार चढ़ाव का भी सामना किया था।
इसके बाद साल 2009 में आयी फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ में अनिल कपूर बेहद ही जबरदस्त भूमिका निभाते हुए नजर आये। फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ ने खूब बिजनेस किया और इस फिल्म ने कई अर्वाड भी जीते। इस फिल्म के बाद अनिल कपूर के लिए हॉलीवुड का दरवाजा  खुल गया था। चाहे वह फिल्म मिशन: इम्पॉसिबल- घोस्ट प्रोटोकॉल हो, या फिर अमेरिकन सीरिज 24 । इस सीरिज में इन्होनें ओमर हसन का किरदार निभाया था । इसके अलावा  हिन्दी  सीरिज 24 में भी यह नजर आये और टेलीविजन पर भी अनिल कपूर को खबू सरहाया गया था। हिन्दुस्तान में ही नहीं विदेशो में भी इनका नाम खूब हुआ, भारतीय सिनेमा के इतिहास में अनिल कपूर साहब का नाम हमेशा गर्व से लिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *