शंघाई। चीन में बच्चों में मायोपिया (निकटदृष्टि दोष) की समस्या को रोकने के प्रयास के तहत कई ऑनलाइन गेम्स पर सरकार के नियंत्रण करने की योजना के खुलासे के बाद आज कई चीनी वीडियो गेम कंपनियों के शेयर गिर गये। यह योजना देश के तेजी से उभरते एवं बेहद लोकप्रिय वीडियो गेम उद्योग पर सरकारी निगरानी को मजबूत करने की दिशा में हालिया कदम है। बच्चों की आंखों की सुरक्षा के लिहाज से बीते बृहस्पतिवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने ‘‘अहम दिशानिर्देश’’ जारी किये थे, जिसके बाद इन नये नियमों की घोषणा की गयी।
चीन के शिक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि अधिकारी इंटरनेट गेम्स की कुल संख्या का नियमन एवं नियंत्रण करेंगे। साथ ही वे इस तरह के खेलों के नये नामों पर भी नजर रखेंगे। बयान पर आठ मंत्रालयों ने हस्ताक्षर किया है। इसमें कहा गया कि अधिकारी उम्र के अनुसार उपयुक्त अलर्ट प्रणाली का पता लगायेंगे और बच्चों के बीच खेल के घंटों को सीमित करने के लिये कार्रवाई करेंगे। इस सूचना से शुक्रवार सुबह चीनी वीडियो गेम कंपनियों के शेयर तेजी से गिर गये। आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने शी के आदेश के हवाले से बताया कि चीन में छात्रों खासकर छोटी उम्र के बच्चों के बीच मायोपिया की दर अधिक है।
बहरहाल चीन के राष्ट्रीय रेडियो एवं टेलीविजन प्रशासन के अनुसार इस आदेश के बाद मई से घरेलू कंपनियों के लिये कोई नया नाम नहीं दिया गया और ना ही फरवरी से किसी नये आयातित खेल को स्वीकृति मिली है। राष्ट्रीय रेडियो एवं टेलीविजन प्रशासन नियमित रूप से इन खेलों की ऑनलाइन सूची अपडेट करता है।