किसानों को 2000 करोड़ का ऋण बांटेंगे राज्य और जिला सहकारी बैंक उत्तराखंड में
बैठक के उपरांत सहकारिता राज्यमंत्री डॉ. रावत ने बताया कि नाबार्ड ने इस वित्तीय वर्ष में सहकारी बैंकों को दो हजार करोड़ की राशि देने पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। राज्य और जिला सहकारी बैंक इसका लाभ उठा सकेंगे।
चालू वित्तीय वर्ष में राज्य और जिला सहकारी बैंक प्रदेशभर में किसानों को 2000 करोड़ का ऋण बांटेंगे। सहकारिता राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक में यह लक्ष्य तय किया गया। बीते वित्तीय वर्ष में वितरित फसली ऋण की समीक्षा के उपरांत इस लक्ष्य का निर्धारण किया गया।
उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों को अपना दायरा बढ़ा कर अधिकाधिक संख्या में किसानों को ऋण मुहैया कराना होगा। कहा कि बदली परिस्थितियों में दो लाख प्रवासी वापस लौट रहे हैं। लिहाजा, उन्हें सहकारिता के माध्यम से रोजगार से जोड़ने की पहल की जानी चाहिए।
बैठक में उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों से ऋण लेकर प्रवासी स्वरोजगार का विकल्प अपना सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को सहकारी समितियों को जल्द कंप्यूटरीकृत करने, पूर्व की भांति इस वर्ष भी जिला सहकारी बैंकों को एक-एक मोबाइल वैन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में निबंधक सहकारी समितियां बीएम मिश्र, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुनील चावला आदि मौजूद थे।
गत वर्ष बांटे 1400 करोड़ रुपये के ऋण
बैठक में राज्य सहकारी बैंक के एमडी दीपक कुमार ने बताया कि बीते वित्तीय वर्ष में सहकारी बैंकों ने 1400 करोड़ रुपये के फसली ऋण बांटे थे। इस वर्ष के लक्ष्य को भी समय से पूरा किया जाएगा।
किसानों को पैकेज दिए जाने की कांग्रेस की मांग पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि सत्ता में रहते हुए किसानों के नाम पर घपले -घोटाले करने वाले आज उनके हितैषी होने का दिखावा कर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अजेंद्र अजय ने कहा कि कांग्रेस के नेता कोरोना महामारी के समय अनर्गल बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे। काग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की किसानों को पैकेज दिए जाने की मांग पर उन्होंने उन्हें अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दी।