उत्तराखंड के 49 दुर्गम गांवों में जल्द बजेगी सेटेलाइट फोन की घंटी
सरकार की स्वीकृति मिलने पर एसडीआरएफ के एएसआई प्रमोद कुमार एएसआई जयदेव नेगी सीमांत के संचार विहीन 49 गांवों के लिए जीएसपीएस (ग्लोबल सेटेलाइट फोन सर्विस) सेटेलाइट फोन सेट वितरित करने के लिए धारचूला पहुंच गए हैं।
उत्तराखंड के धारचूला मुनस्यारी के दूरस्थ गांवों के ग्रामीणों की संचार से जुड़ी समस्या के समाधान के लिए राहत भरी खबर आई है। एसडीआरएफ के आईजी संजय गुंज्याल ने आपदा प्रभावित व संचार विहीन दुर्गम गांवों का प्रस्ताव शासन को भेजा था।
बृहस्पतिवार को ब्लॉक सभागार में एसडीएम और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ग्राम प्रधानों को सेटेलाइट फोन सेट बांटे जाएंगे।
सेटेलाइट फोन पहुंचने से सीमांतवासी खुश
बीजेपी नगर मंडल अध्यक्ष कृष्णा गर्ब्याल ने कहा कि धारचूला के दारमा घाटी, मल्ला दारमा, व्यास और चौदास के साथ ही मुनस्यारी के कुछ गांवों के लिए सेटेलाइट फोन पहुंचने की खबर से सीमांतवासी काफी खुश हैं। वर्ष 2018 में सेटेलाइट फोन बंद होने से सीमांतवासी संचार सेवा से महरूम थे।
कल्याण संस्था के साथ विभिन्न संगठन लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। रं कल्याण संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष बिशन सिंह बोनाल और दीलिंग दारमा सेवा समिति अध्यक्ष ने कहा कि सरकार और एसडीआरएफ के विशेष प्रयासों से धारचूला और मुनस्यारी के 49 गांवों में सैटेलाइट फोन दिए जा रहे हैं, जिसके लिए सीमांत वासियों ने केंद्र राज्य सरकार और एसडीआरएफ के आईजी संजय गुंज्याल का आभार व्यक्त करते है।
मुनस्यारी के 15 गांव : बिल्जू, पाछु, गंघर, मापा, बुरफू, तोला, लावा, रिलकोट, नामिक, मरतोल, मपंग, मिलम, लस्पा, रालम, ख़िलाच
ब्यास वैली के सात गांव : बुदि, गर्ब्यांग, नपलचु, गुंजी, नाबी, रोंगकोंग, कुटी।
तल्ला दारमा वैली के 12 गांव : सेला, नागलिंग, चल, बालिंग, दुग्तु/सौंन, दातु, बौन,फिल्म, गौ, मार्छा, सीपू, तिदांग।
मल्ला दारमा के सात गांव : बोंगलिंग, दर, तीजम, ऊमचिया, वतन, सुवा, न्यू सोबला
चौदास वैली के तीन गांव : रूंग, सिर्खा, सिरदंग
इन गांवों को भी मिलेंगे सेटेलाइट फोन : जिप्ति, खुमती, पांगला, बुंगबुंग, जयकोट