मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने आज कहा कि राजनीतिक समीकरण बदलने के संकेत नजर आ रहे हैं , लेकिन अभी यह पूर्वानुमान करना जल्दबाजी होगी कि भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता अगले साल के लोकसभा चुनावों तक कायम रहेगी। महाराष्ट्र की भंडारा – गोंडिया और उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीटों पर हुए उप – चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त मिलने के बाद पटेल ने यह बयान दिया।
मुख्यत: कई विपक्षी पार्टियों के साथ आने के कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। पटेल ने बताया कि बसपा सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का उत्तर प्रदेश में साथ आना और कर्नाटक में कांग्रेस – जेडीएस का साथ आना बदलते राजनीतिक समीकरणों की निशानी है।
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा विरोधी एकता अगले साल के लोकसभा चुनावों तक कायम रह पाएगी , इस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी। पटेल ने कहा, ‘‘हम 2014 के विधानसभा चुनावों को छोड़कर गठबंधन साझेदार रहे हैं। गठबंधन जारी रखने में मुझे कोई समस्या नहीं दिखती।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समर्थन के कारण एनसीपी भंडारा-गोंडिया संसदीय सीट जीत सकी। ।पटेल ने यह भी कहा कि भाजपा पालघर लोकसभा सीट इसलिए जीत गई क्योंकि विपक्ष काफी बंटा हुआ था।