ग्वांग्झू। भारतीय बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने अपनी शानदार फार्म जारी रखते हुए शनिवार को संघर्षपूर्ण सेमीफाइनल में 2013 की चैंपियन रतनाचोक इंतानोन पर जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार विश्व टूर फाइनल्स के खिताबी मुकाबले में जगह बनायी। पिछली बार उप विजेता रही सिंधू ने थाईलैंड की खिलाड़ी की कड़ी चुनौती से पार पाकर 54 मिनट तक चले मैच में 21-16, 25-23 से जीत दर्ज की। इस 23 वर्षीय भारतीय का मैच से पहले थाई खिलाड़ी के खिलाफ 3-4 का रिकार्ड था लेकिन सिंधू ने हाल के अपने रिकार्ड को बरकरार रखा। वह पिछले दो साल से इंतानोन से नहीं हारी है।
ओलंपिक रजत पदक विजेता का सामना अब फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा से होगा जिनसे वह पिछले साल विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में हार गयी थी। सिंधू और इंतानोन ने शुरू से ही एक दूसरे को कड़ी चुनौती दी। सिंधू ने अपने दमदार रिटर्न से इंतानोन पर दबाव बनाने की कोशिश की और 10-7 से बढ़त बना ली। भारतीय खिलाड़ी ने ब्रेक से पहले दो अंक गंवाये और इंटरवल तक वह 11-9 से आगे थी। इंतानोन ने जल्द ही यह अंतर भी पाट दिया। थाई खिलाड़ी ने सिंधू के शरीर को निशाना बनाया लेकिन इस बीच उन्होंने गलतियां भी की। सिंधू के रिटर्न शानदार थे। इसके अलावा उन्होंने अपने ताकतवर स्मैश से भी थाई खिलाड़ी को परेशान किया।
इंतानोन का शाट बाहर जाने से सिंधू ने चार गेम प्वाइंट हासिल किये और इसके बाद थाई खिलाड़ी ने शाट नेट पर मार दिया जिससे भारतीय ने पहला गेम अपने नाम किया। सिंधू ने दूसरे गेम के शुरू में ही चार अंक बनाये लेकिन इंतानोन ने जल्द वापसी करके स्कोर 5-6 कर दिया। सिंधू का शाट बाहर जाने से स्कोर 7-7 से बराबरी पर आ गया। लेकिन इंतानोन का एक और शाट बाहर जाने से सिंधू ने बढ़त बना दी। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच 27 शाट की रैली चली और इंतानोन ने फिर से स्कोर 10-10 से बराबरी पर ला दिया। वह ब्रेक तक 11-10 से आगे थी।
सिंधू ने फिर से चार अंक बनाकर बढ़त हासिल की लेकिन इंतानोन ने फिर से स्कोर बराबर कर दिया। थाई खिलाड़ी ने हालांकि फिर से गलती की जिससे सिंधू 18-16 से आगे हो गयी। भारतीय इस बढ़त को कायम नहीं रख पायी और फिर से स्कोर 18-18 और 19-19 हो गया। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने एक दूसरे से आगे निकलने के प्रयास में मैच को रोमांचक मोड़ पर ला दिया। इंतानोन ने बढ़त बनायी तो सिंधू ने अगला प्वाइंट जीतकर स्कोर 21-21 कर दिया। इंतानोन को हालांकि दो असहज गलतियां करना महंगा पड़ा जिससे सिंधू को मैच प्वाइंट मिल गया और भारतीय ने नेट के करीब से करारा स्मैश जमाकर मैच अपने नाम किया।