किसानों के डीजल का खर्चा बचाएगी प्रधानमंत्री कुसुम योजना, आय होगी दोगुना
जनपद से लगभग साढ़े तीन सौ किसान लघु सिंचाई विभाग में पॉवर प्लांट लेने के लिए आवेदन कर चुके हैं। केंद्र और राज्य सरकार की किसानों को सोलर ऊर्जा में प्लांट में 80 प्रतिशत सब्सिडी देने की योजना है। किसानों को केवल बीस प्रतिशत धनराशि जमा करने के बाद दो किलो मेगावाट सोलर प्लांट मिल जाएगा। लघु सिंचाई विभाग के मुताबिक जनपद में लगभग सात हजार किसान इंजन में मेहंगा डीजल फूंककर खेती सिचिंत करते है। जबकि तीन सौ से अधिक किसानों के पास बिजली कनेक्शन है।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत जनपद के हजारों किसानों को केंद्र सरकार महंगे डीजल से निजात दिलाने जा रही है। केंद्र सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने के लिए सोलर ऊर्जा प्लांट को ड्रीम प्रोजेक्ट का नाम दिया है। डीजल युक्त इंजन वाले बोरिंग पर अब सोलर प्लांट लगेंगे। इंजन में हजारों रुपये के डीजल से खेती करने वाले किसानों को अब न के बराबर पैसा खर्च कर प्रधानमंत्री कुसुम योजना से सोलर ऊर्जा प्लांट लगा सकेंगे।
उधर लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता भरत राम का कहना है कि सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने पर प्रधानमंत्री कुसुम योजना जैसा ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया है। विशेष परिस्थिति में राज्य सरकार (डिस्कोम) ने पांच सौ किलोवाट से कम क्षमता के पावर प्लान्ट संयंत्र की स्थापना करने पर भी विचार किया है। इन पावर प्लांट की स्थापना डिस्कोम के उप स्टेशन के पांच किलोमीटर के दायरे में कोई भी किसान अपने आसपास पवार प्लांट स्थापित कर सकता है। बिजली उत्पादन के बाद बिजली विभाग को बेच भी सकता है।
सबसे अधिक आवेदन ब्लॉक भगवानपुर से
रोशनाबाद स्थित लघु सिंचाई विभाग में सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए सबसे अधिक 235 आवेदन भगवानपुर के किसानों ने किए है। किसानों का कहना सोलर ऊर्जा प्लांट लगाने के प्रति वर्ष एक किसान तीस-चालीस हजार रुपये का डीजल इंजन में खर्च करता है। पॉवर प्लांट लगाने से उनके पैसे बच जाएंगे। उस पैसे को अन्य कार्यों में लगा सकते हैं। सरकार की इस योजना से किसानों को फायदा मिलेगा।
ब्लॉक वार लघु सिंचाई विभाग को कितने मिले आवेदन
बहदराबाद 20
रुड़की 14
नारसन 42
खानपुर 00
लक्सर 10
भगवानपुर 235
पानी का पंप सब्सिडी पर मिलेगा
जनपद में किसानों को सोलर ऊर्जा प्लांट के साथ सरकार 20 प्रतिशत सब्सिडी में पानी का पंप भी देगी। इससें किसानों के खेत में लगे इंजन को हटाकर बोरिंग में पंप लगाकर साथ के साथ चालू कर दिया जाएगा। सोलर प्लांट लगने के बाद पुराने इंजन और पंपिंग सेट बेकार हो जाएंगे।
लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता भरत राम ने कहा कि भगवानपुर और बहादराबाद रेड जोन में है। रेड जॉन और ग्रीन जॉन (सेनिकीट) के बीच में है। यहां पानी का लेवल साढ़े तीन सौ फीट से अधिक गहराई पर है। वहां पर नए बोरिंग नहीं किए जा सकते है। क्योंकि साढ़े तीन सौ फीट पर बोरिंग करेंगे तो वहां का पानी पूरी तरह सूख जाएगा। विभाग लेवल उन्हीं बोरिंग पर सोलर प्लांट देगा। जो इंजन से संचालित है।