इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इस्लामी त्यौहारों को मनाने के लिए चांद देखने को लेकर विवादों को खत्म करने के उद्देश्य से एक कैलेंडर तैयार किया गया है। सरकार की ओर से वैज्ञानिक चंद्र कैलेंडर बनाने के लिए गठित विशेषज्ञों के पैनल ने यह कैलेंडर तैयार कर लिया है। इसके मुताबिक, ईद पांच जून को होने के आसार हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद से ही फव्वाद चौधरी इस्लामी कैलेंडर तैयार करने के लिए वैज्ञानिक तरीकों के इस्तेमाल पर जोर दे रहे थे। वह चाहते हैं कि रूअत-ए-हिलाल कमेटी द्वारा चांद देखने की रिवायत को खत्म किया जाए।
चौधरी ने सोमवार को ऐलान किया कि वैज्ञानिक कैलेंडर को पूरा कर लिया गया है और इसे ‘इस्लामी विचारधारा परिषद’ (सीआईआई) को भेजा जाएगा। मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिक चंद्र कैलेंडर के मुताबिक, ईद-उल-फित्र (मीठी ईद) के पांच जून को पड़ने की संभावना है।पाकिस्तान सरकार ने इस महीने के शुरू में चांद देखने को लेकर होने वाले विवाद को खत्म करने के लिए एक वैज्ञानिक समिति गठित की थी। सरकार के इस कदम से उलेमा (धर्मगुरू) नाराज हो गए।
मंत्री ने कहा कि यह कैलेंडर अंतरिक्ष एवं ऊपरी वातावरण अनुसंधान आयोग, अंतरिक्ष विशेषज्ञों और मौसम विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि सीआईआई और रूअत-ए-हिलाल कमेटी को कैलेंडर को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है ताकि वे इसको संकलित करने में की गई कड़ी मेहनत को समझ सकें। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मंगलवार को खबर दी कि यह कैलेंडर पांच साल के लिए तैयार किया गया है और हर पांच साल में इसकी समीक्षा की जाएगी। चौधरी ने कहा कि इस कैलेंडर को जारी करने से पहले उलेमा से सलाह-मशविरा किया जाएगा और उन्हें भरोसे में लिया जाएगा।