वैक्सीन की एक लाख खुराक मिली, 45 साल से अधिक के व्यक्तियों के टीकाकरण की अड़चन हुई दूर
वैक्सीन का स्टॉक सीमित होने के कारण 45 साल से अधिक के व्यक्तियों के टीकाकरण की रफ्तार मंद पड़ गई थी। इस आयुवर्ग का टीकाकरण कुछेक ही केंद्रों पर किया जा रहा था। पिछले काफी वक्त से केंद्र से वैक्सीन आने का इंतजार किया जा रहा था। शुक्रवार को वैक्सीन पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली है। बता दें कि इस आयुवर्ग की वैक्सीन राज्यों को निश्शुल्क मिल रही है। जबकि 18-45 साल वालों के लिए वैक्सीन राज्य को खुद खरीदनी है। जल्द 1.20 लाख वैक्सीन इस आयुवर्ग के लिए भी पहुंचने की संभावना है। इधर, राज्य ने वैक्सीन की खरीद को ग्लोबल टेंडर भी किया है। ये टेंडर 24 मई को खुलेगा।
राज्य में 45 साल से अधिक के व्यक्तियों के टीकाकरण की अड़चन दूर हो गई है। केंद्र सरकार की ओर से इस आयुवर्ग के लिए वैक्सीन की एक लाख खुराक उपलब्ध करा दी गई है। इसे जिलों को भी वितरित कर दिया गया है। वैक्सीन की कमी के कारण बीते कुछ वक्त से मंद पड़े टीकाकरण अभियान को इससे गति मिलने की उम्मीद है।
14860 व्यक्तियों का टीकाकरण
प्रदेश में शुक्रवार को 14860 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है। जिनमें 18-45 साल के 13897लोग हैं। वहीं 45 साल से अधिक के 424 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है। इसके अलावा 439 फ्रंटलाइन वर्कर व 100 स्वास्थ्य कर्मियों का भी टीकाकरण हुआ। प्रदेश में अब तक 20,77,722 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है। वहीं छह लाख 80 हजार 831 व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। 18 साल से अधिक उम्र के भी दो लाख तीन हजार 480 व्यक्तियों को टीका लग चुका है।
मसूरी में स्लॉट बुक करवाने के बाद भी लोग टीकाकरण के लिए नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे वैक्सीन बर्बाद हो रही है। वहीं, इसके चलते अन्य को भी वैक्सीन नहीं मिल पा रही है। संयुक्त सिविल अस्पताल के कोविड नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप राणा ने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण के बाद किंक्रेग स्थित एमपीजी कॉलेज परिसर में 18-44 वर्ष आयुवर्ग के व्यक्तियों को टीका लगाया जा रहा है। लेकिन कई ऐसे भी लोग हैं, जो स्लॉट तो बुक करवा रहे हैं, लेकिन वह केंद्र पर नहीं पहुंच रहे हैं। इससे वैक्सीन बर्बाद हो रही है। शुक्रवार को 150 व्यक्तियों ने स्लॉट बुक किया था, लेकिन टीका लगवाने 110 लोग ही पहुंचे हैं। बीते गुरुवार को भी 150 ने स्टॉल बुक करवाया था, लेकिन 126 लोग ही टीकाकरण को पहुंचे हैं।