देहरादून स्कूलों को खुले एक पखवाड़ा गुजरने वाला है, लेकिन अभिभावकों को अभी भी एनसीईआरटी की पुस्तकों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। शहर के विभिन्न बुक सेलरों की दुकानों के बाहर सुबह से ही जमा अभिभावकों को पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक की राज्य एनसीईआरटी की पूरी किताबों का सेट नहीं मिल रहा है।
डिस्पेंसरी रोड स्थित एक किताबों की दुकान में पहुंची सीमाद्वार निवासी शकुंतला रावत ने बताया कि उनकी बेटी की आठवीं कक्षा की तीन किताबें आज तक नहीं मिली है, जबकि वह पिछले चार दिनों से हर रोज दुकान के चक्कर काट रही हैं। एक अन्य अभिभावक अंजलि थपलियाल ने बताया कि उनका बेटा पांचवीं कक्षा में है। तीन दिन पहले दुकानदार ने कुछ किताबें तो दे दी, लेकिन चार किताबें नहीं मिली हैं। बुक सेलरों का सीधा जवाब है कि आगे से ही किताबें नहीं मिल रही हैं।
अभिभावकों का कहना है कि बुक सेलर किताबों को लेकर चिंतित नहीं है, जबकि अभिभावक एक-एक सप्ताह से बुक सेलरों की दुकानों के चक्कर काट रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि किताबों को बुक सेलरों के पास देने के बजाए सीधे स्कूल प्रबंधन को उपलब्ध करवाई जाए, ताकि जिस स्कूल में उनका बच्चा पढ़ता है वह सीधे स्कूल से ही किताबें खरीद ले। शहर के दूरदराज के क्षेत्रों से किताबें खरीदने रोज दौड़ने से अभिभावकों की परेशानी कुछ तो कम होगी।