धारचूला: सीमांत जिले पिथौरागढ़ में बगैर वर्षा के ही कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। धारचूला तहसील के चीन सीमा से सटे गांव गुंजी और कुटी में प्राकृतिक जलस्रोत जमने लगे हैं। रात में पारा -13 डिग्री तक पहुंच रहा है। धारचूला तहसील के अंतर्गत 10 से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बसे गांव गुंजी और कुटी में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिन में धूप खिलने से लोगों को थोड़ी राहत मिल रही है, लेकिन रात में यहां पारा काफी नीचे जा रहा है।
हिमपात के बाद पारा और लुढ़कने की आशंका
बता दें अभी इन इलाकों में हिमपात शुरू नहीं हई है। हिमपात के बाद पारा और नीचे जाने की आशंका है। क्षेत्र के तमाम प्राकृतिक जलस्रोत सुबह के वक्त जमे हुए मिल रहे हैं। दिन के वक्त थोड़ी देर स्रोतों में पानी में हल्का बहाव दिख रहा है, लेकिन सांझ ढलते ही स्रोत फिर जम जा रहे हैं। इस समय इन इलाकों में सुरक्षा बलों के अतिरिक्त इक्का-दुक्का परिवार ही हैं। अधिकांश परिवार ठंड के चलते पहले ही घाटियों में माइग्रेशन कर चुके हैं। वहीं जिला मुख्यालय में भी सुबह और रात में ठंड बढ़ गई है। रात में पारा -1 डिग्री तक जा रहा है। शीतकालीन वर्षा नहीं होने से पड़ रही सूखी ठंड के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने एक जनवरी के बाद वर्षा की संभावना जताई है।
चीन सीमा से सटी तहसील मुनस्यारी
सीमांत तहसील में पड़ रही कड़ाके की ठंड को देखते हुए तहसील प्रशासन ने बुधवार से समाज के निर्बल वर्गों को कंबल वितरण का कार्य शुरू कर दिया है। बुधवार को तहसीलदार ने तहसील कार्यालय में कई परिवारों को कंबल वितरित किए। जिलाधिकारी रीना जोशी ने जिले के हर जरूरतमंद परिवार को कंबल बांटने के निर्देश तहसील प्रशासन को दिए हैं।
दूसरे दिन कोहरे के आगोश में रहे चंपावत के मैदानी क्षेत्र
जनपद के मैदानी क्षेत्र टनकपुर व बनबसा में दूसरे दिन भी घुंध और कोहरा छाया रहा। सूर्य भगवान के दर्शन न होने से ठंड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शीतलहर चलने से लोग घरों में ही दुबके रहे। वहीं पर्वतीय क्षेत्र में दिन में तेज धूप खिलने से मौसम सुहाना बना रहा। वहीं धूप जाते ही तापमान में एकाएक गिरावट आ गई। बुधवार को अधिकतम 15 व न्यूनतम पांच डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया।
घने कोहरे के कारण यातायात प्रभावित
बुधवार सुबह घने कोहरे के कारण अचानक ठंड बढ़ गई। घने कोहरे के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। कोहरे की वजह से वाहन चालकों ने आगे बढ़ने के लिए हेडलाइट का सहारा लिया जा रहा है। कड़ाके की ठंड के चलते लोग घरों में ही कैद रहने को मजबूर हैं। वहीं बनबसा नगर पंचायत प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से नगर वासियों में नाराजगी व्याप्त है। नगरवासियों ने नगर पंचायत प्रशासन से नगर में अलाव की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। साल के अंतिम दिनों में ठंड का प्रकोप बढ़ता ही नजर आ रहा है। वहीं मौसम के बदलते मिजाज पर लोगों के स्वास्थ्य में भी गिरावट आने लगी है, अस्पतालों में जुकाम, बुखार, निमोनिया जैसे रोगियों की संख्या भी बढ़ने लगी है।