केंद्र सरकार ने विशेषकर पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं को ध्यान में रखकर कई योजनाएं जैसे श्स्टार्ट अपश् कार्यक्रम के तहत धन उपलब्ध कराना, मणिपुर में खेल विश्वविद्यालय और गुवाहाटी विश्वविद्यालय में ब्रह्मपुत्र अध्ययन केंद्र की स्थापना इस दिशा में की गई एक सार्थक पहल है। इन पहलों से इस क्षेत्र में उपलब्ध संभावनाओं को तराशने में मदद मिलेगी और राह भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा में लाने में मदद मिलेगी।ये बातें पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने आज चंडीगढ़ में क्षेत्रीय संपादक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि उनके मंत्रालय ने इस क्षेत्र में विकास की परियोजनाओं को गति दी है जिसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र में रेल सेवा शुरू कर दी गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जल्द ही सिक्किम को छोड़कर पूरे पूर्वोत्तर को रेल से जोड़ दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय अगरतल्ला से लेकर बांग्लादेश तक के रेल रूट में से भारतीय क्षेत्र के रेल सेक्शन की परियोजना का पूरा खर्च उठायेगी।
कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन संबंधित इस क्षेत्र के जुड़े मुद्दों पर बात करते हुए मंत्री डॉ सिंह ने कहा कि आम लोगों से जुड़े कई फार्मों (प्रपत्रों) को सरल कर दिया गया है जिनमें से कईयों को तो सिर्फ एक पेज का कर दिया गया है और बाकी बचे फार्मों को भी जल्द ही सरल कर दिया जायेगा।
बाद में मीडिया से बात करते हुए डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि कई क्षेत्रों जैसे आवास, सड़कों के निर्माण, रेल पटरियों का विस्तार और हवाई अड्डों के निर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग को लोकप्रिय बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी विषय के प्रति रूचि पैदा करने हेतु विश्वविद्यालयों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी विभाग की स्थापना के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।