घरों की नेमप्लेट में होगा नाम, उत्तराखंड में बेटियों को मिलेगी नई पहचान
बेटी का नाम घर की नेमप्लेट पर लिखे होने से क्षेत्रवासी भी बहुत ही ज्यादा उत्साहित हैं। उनका कहना है कि ऐसे में बेटियों को आगे बढ़ने को और अधिक मौका मिलेगा। यही नहीं, बेटों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर आगे भी चलेंगी। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इस अभियान की शरुआत आज शनिवार को करेंगे। जिला प्रशासन की ओर से इस अभियान के लिए पूरी तैयारी कर ली है। नेमप्लेट को पारंपरिक कला के साथ बनाया गया है। गौरतलब है कि उत्तराखंड सरकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
उत्तराखंड में बेटियों को एक नई पहचान मिलने वाली है जिससे हर नागरिक गौरवाविंत महसूस करेगा। प्रदेश के कुमाऊं मंडल के नैनीताल जिले में एक अनूठी पहल होने जारी रही है। इसके अंतर्गत, “घर की पहचान बेटी के नाम” से होगी। जी हां, अब घर की बेटी का नाम घर के बाहर लगने वाली नेमप्लेट में मुख्य नाम के स्थान में लगेगा। इसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। यही नहीं, इस नेमप्लेट को सांस्कृतिक विरासत के रूप में भी ढाला जाएगा। नेमप्लेट को विशेषकर प्रमुख लोककला ‘ऐपन शैली’ से सजाया गया है।
अभिभावकों को बेटियों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। लड़कियों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। बेटी के जन्म लेने पर जिला प्रशासन की तरफ से शुभककामना संदेश भेजे जा रहे हैं। विभिन्न प्रखंडों में दीवार लेखन का भी कार्य किया जा रहा है। यही नहीं, सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए पंजीकरण भी किया जा रहा है।