इस साल 15 दिन देरी से विदा होगा मॉनसून
पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ.आरके सिंह ने बताया है कि उत्तराखंड में सामान्य तौर पर 15 सितंबर तक मॉनसून विदा हो जाता है। लेकिन, मौसम में आए हालिया बदलाव के कारण इस साल मॉनसून देरी से जाएगा। उन्होंने बताया है कि जिस साल मानसून देरी से आता है उस वर्ष उसकी विदाई भी देरी से होती है। इस साल मॉनसून देरी से सक्रिय हुआ था। डॉ.आरके सिंह ने कहा है कि 15 सितंबर से मॉनसून दोबारा सक्रिय होने की संभावना है। इससे उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में 15 से 17 सितंबर के बीच बारिश होने की संभावना है। इससे मॉनसून की सक्रियता सितंबर आखिरी सप्ताह तक रहने की संभावना है।
उत्तराखंड में इस साल 15 दिन देरी से मॉनसून विदा होगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मौसम में आए हालिया बदलाव और मॉनसून का देरी से आगमन इसकी अवधि बढ़ा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने 15 से 17 मई के बीच दोबारा मानसून सक्रिय होने की संभावना व्यक्त की है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ.आरके सिंह ने बताया है कि साल तराई में औसत से 30% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। जून की औसत बारिश 190.7 मिमी है जबकि इस साल 132 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। इसी तरह जुलाई की औसत बारिश 440.6 मिमी है, लेकिन इस साल 239.8 मिमी बारिश हुई। अगस्त में भी 452.7 मिमी औसत बारिश होती है, लेकिन इस साल 299.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ.आरके सिंह ने बतायाकि इस साल मॉनसून 15 दिन देरी से 30 सितंबर तक विदा होने की संभावना है। 15 सितंबर से उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में एक बार फिर से मॉनसून सक्रिय हो रहा है।