रायबरेली। यूपी के रायबरेली जिले में संदिग्ध हालत में एक अनुदेशिका की घर में मौत हो गई। शादीशुदा अनुदेशिका रसोई घर में मृत पाई गई। महिला के गले पर चोट के निशान भी पाए जाने का पता चला है। महिला प्राइमरी स्कूल में संविदा पर अनुदेशक के पद पर तैनात थी। परिवार वाले चोरी से पुलिस को बिना बताये ही मृतका के शव को जलाने के लिए पीछे के दरवाजे से ले गए तभी मौके पर पुलिस पहुंच गई और इस शव को जलाने से रोक दिया। क्षेत्र अधिकारी महाराजगंज ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। पुलिस ने काफी जद्दोजहद के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
हरचंदपुरथाना क्षेत्र के पूरे नैकानी मजरे डिडौली गांव निवासी रुपेश पटेल की 25 वर्षीय पत्नी अनुदेशिका ज्योति किचन में मृत पाई गई जिस पर घर में कोहराम मच गया। ज्योति अमावा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल सूथी गांव में संविदा पर अनुदेशक पद पर थी। गांव में मृतका का अंतिम संस्कार करने की तैयारियां चल ही रही थी कि इसी बीच किसी ने 100 डायल पुलिस को मामले की सूचना दे दी । हरकत में आई पुलिस ने तुरंत गांव में जा धमकी। बताया जाता है कि घर पहुंची पुलिस पूछताछ कर रही थी तभी पिछले दरवाजे से शव ले जाकर गांव के समीप नाले के पास बनाई गई लकड़ी की चिता पर रख दिया गया था।
जानकारी मिलने पर ज्योति के पिता परमहंस पुत्र राम रतन निवासी रायपुर थाना गोसाईगंज जनपद लखनऊ परिजनों ने सहित गांव पहुंच गए। मृतका के मायके और ससुराल पक्ष के लोग शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए तैयार नहीं थे। गांव पहुंचे क्षेत्राधिकारी महाराजगंज गोपीनाथ सोनी ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर पोस्टमार्टम के लिए राजी किया। उन्होंने बताया कि ज्योति के गले में चोट के निशान पाया गया है। मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। उसके गले में पहले से मौजूद निशान होने की बात कही जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पूरी स्थिति साफ होगी।