नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज दिल्ली सरकार से मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई कथित बदसलूकी मामले में रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव ने सोमवार देर रात की घटना की जानकारी आज उपराज्यपाल को दी थी और आईएएस अधिकारी संघ ने भी इस मामले पर उपराज्यपाल से मुलाकात कर आरोपी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। अधिकारी संघ आज शाम चार बजे गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात करेगा।
उधर, भाजपा और कांग्रेस ने इस घटना की निंदा की है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रभासाक्षी.कॉम से बातचीत करते हुए कहा है कि यह एक आतंकी घटना है और दिल्ली में शहरी नक्सलियों ने सत्ता पर कब्जा किया हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के सारे सीसीटीवी फुटेज जब्त किये जाने चाहिए और उनकी जांच कराई जानी चाहिए। तिवारी ने कहा कि यदि मुख्य सचिव के आरोप सही निकलते हैं तो इस सरकार को निलंबित किया जाना चाहिए। तिवारी ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर उपराज्यपाल से भी बात की है।
कांग्रेस ने इस सारे मामले को राजनीतिक खेल करार देते हुए कहा है कि केजरीवाल सरकार अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान हटाना चाहती है इसलिए यह सब किया जा रहा है। पार्टी नेता और पूर्व मंत्री हारून युसूफ ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब केजरीवाल सरकार की ओर से इस तरह का हंगामा किया गया हो। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुछ सीटों पर संभावित उपचुनावों को देखते हुए आम आदमी पार्टी प्रयास कर रही है कि उसकी नाकामियों से जनता का ध्यान हट जाये।
इस बीच, अंबेडकरनगर सीट से आप के विधायक अजय दत्त ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को भेजी अपनी शिकायत में कहा है कि जब मैंने मुख्य सचिव से अपने क्षेत्र की जनता को राशन नहीं मिलने की समस्या बताई तो उन्होंने मेरे साथ गाली गलौच की।