जेके लक्ष्मी सीमेंट लिमिटेड के सिरोही उदयपुर के समीप 15000 मैट्रिक टन के तीन प्लांट हैं उस प्लांट में कार्यरत अधिकारियों के व्यक्तिव विकास एवम कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन तारीख 21से 23 फरवरी 23 को उनके मानव संसाधन विकास द्वारा आयोजित किया गया एवम उस कार्यशाला के लिए श्री मुदIलियार जितेंद्र, उत्तराखंड सरकार में सलाहकार कौशल विकास प्रशिक्षण एवम सेवायोजना मंत्रालय उत्तराखंड को मुख्य प्रशिक्षक के तौर पे आमंत्रित किया गया था।
श्री मुदIलियार जितेंद्र द्वारा इन तीन दिवसीय प्रशिक्षण शाला में 90 मध्य प्रबंधकीय अधिकारियों को उद्यमिता कौशल, उत्तरदायित्व, जवाबदेही द्वारा संस्था में स्वामित्व भाव से कैसे कार्य करे, दूसरे दिन कार्यशैली में चपलता, बदलती तकनीकी हुई व्यवस्था में अपने कौशल से बदलाव एवम वर्तमान परिस्थितियों के अनुकूलन से कार्य क्षैत्र मे बदलाव,त्वरित निर्णय,समय प्रबंधन द्वारा महत्वपूर्ण कार्यों में किसे प्राथमिकता देना है तथा अपने परिवार एवम व्यवसायिक जीवन के बीच में सही तालमेल द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन करे।
दिवस तीन मैं एक दल में दूसरे मेंबर्स के साथ तालमेल करते हुए संस्था के लक्ष्य को कैसे पूर्ण करे, तथा संस्था में कार्यरत कर्मचारियों, अधिकारियों एवम संस्था से जुड़े बाहरी व्यक्ति एवम संस्थाओं के साथ साझेदारी संबंध विकसित करते हुए अपने संस्था को ऊंचाई के शिखर मैं ले जाना एवम खुद मैं नेतृत्वभवाना जागृत करते हुए संस्था से जुड़े अंदरी एवम बाहरी हर एक के साथ प्रभावशाली संबंध विकसित करने एवम उपलब्ध संसाधनों द्वारा बेहतरीन परिणाम कैसे दिए जाते है उस पर प्रशिक्षण दिया।
सभी प्रतिभागियों द्वारा श्री मुदालियIर जितेन्द्र द्वारा दिए गए प्रशिक्षण को बहुत सराहा एवम जेके लक्ष्मी सीमेंट उच्च प्रबंधन द्वारा बहुत प्रशंसा की गई।
इन्ही तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में श्री मुदIलियार जितेंद्र द्वारा संस्था द्वारा संचालित सीबीएसई स्कूल के प्राचार्य सहित 35 स्कूल के शिक्षकों को गुणवत्तक शिक्षा पर एवम अपने कक्षा को किस तरह सकारात्मक परिणाम क्वालिटी कंट्रोल के सात टूल्स का प्रयोग कर क्रांतिकारी परिवर्तन एवम बदलाव छात्रों के जीवन में ला सकतेहैं उस पर प्रशिक्षण दिया जिसे सभी उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा सराहा गया तथा स्कूल प्रबंधन ने श्री मुदIलियार जितेंद्र को उनके अध्यापकों और अध्यापिकोओ को ग्रीष्मकालीन अवकाश में आकर प्रक्षिषण देना का अनुरोध किया।