मामला क्या है ?
-पाकिस्तान को ‘‘तकनीकी सूचना’’ लीक करने के आरोप में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इकाई का इंजीनियर नागपुर से गिरफ्तार
-आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने एक ऑपरेशन चलाकर देश के गद्दार निशांत अग्रवाल को किया गिरफ्तार
-उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र एटीएस के संयुक्त अभियान में ब्रह्मोस के वर्धा रोड केंद्र से निशांत को गिरफ्तार किया गया
-एटीएस सूत्रों के मुताबिक- गेम कोड के जरिये पाकिस्तान स्थित ISI को महत्वपूर्ण सूचनाएं पहुँचाता था निशांत अग्रवाल
-एटीएस टीम को निशांत अग्रवाल के लैपटॉप से मिली है ब्रह्मोस प्रोजेक्ट को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी
-निशांत पर प्रोजेक्ट संबंधी जानकारी रखने के लिए ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन का आरोप भी लगाया गया है
-निशांत के मकान मालिक मनोहर काले ने बताया कि इंजीनियर वर्धा रोड पर पिछले वर्ष से किराये पर रह रहा था
-पुलिस टीम सुबह साढ़े पांच बजे उज्ज्वल नगर स्थित मकान में पहुंची और शाम पांच बजे तक वहां रही
-एटीएस टीम को लेकर आसपास के लोगों में बनी रही उत्सुकता, लोग घर के बाहर भीड़ लगा कर करते रहे चर्चा
कौन है निशांत अग्रवाल ?
-निशांत अग्रवाल रुड़की का रहने वाला था और दो महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी
-निशांत अग्रवाल को 2017-18 का यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड मिल चुका है
-निशांत अग्रवाल के तहत 40 लोगों की टीम काम करती है। वह नागपुर के अलावा पिलानी प्रोजेक्ट की निगरानी भी कर रहा था
-निशांत अग्रवाल के दो सहयोगी जिनमें कानपुर की एक महिला और आगरा का एक व्यक्ति है, वह भी निगरानी में हैं
-निशांत अग्रवाल के पिता पीके अग्रवाल रुडकी में सिविल अस्पताल से सेवानिवृत्त मेडिकल ऑफिसर हैं
-पीके अग्रवाल ने कहा- मेरे बेटे को फंसाया गया है, वह ऐसा काम नहीं कर सकता, निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए
-हालांकि पीके अग्रवाल बेटे के दोषी पाये जाने पर कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने के पक्षधर हैं
क्या है ब्रह्मोस ?
-ब्रह्मोस एयरोस्पेस डीआरडीओ और रूस के ‘मिलिट्री इन्डस्ट्रीयल कंसोर्टियम’ का संयुक्त उद्यम है
-भारत और रूस के बीच 12 फरवरी, 1998 को हुए अंतर-सरकारी समझौते के माध्यम से यह कंपनी स्थापित की गई थी
-एयरोस्पेस में ब्रह्मोस मिसाइल बनायी जाती है, यह रडार को चकमा दे सकने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है
-ब्रह्मोस नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है
-मिसाइल की खासियत यह है कि इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से और साथ ही जमीन से भी दागा जा सकता है
-विभिन्न खूबियों वाली ब्रह्मोस मिसाइल को भारत का ब्रह्मास्त्र भी कहा जाता है
-यह मिसाइल दुश्मन देशों के जहाजों से हिंद महासागर की रक्षा के लिए अचूक अस्त्र है
-अमेरिका ने ब्रह्मोस मिसाइल की खूबियों को देखते हुए ही AGM-158C का निर्माण किया