वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज ईरान के साथ साल 2015 में हुई परमाणु डील पर बड़ा फैसला ले सकते हैं। ट्रंप आज इस बात की जानकारी देंगे कि वह ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाएंगे और परमाणु डील को पूरी तरह से खत्म करेंगे या इसे बरकरार रखेंगे। ट्रंप ने ईरान के साथ हुई इस परमाणु डील पर बड़ा फैसला लेने की तारीख 12 मई तय की थी। ट्रंप का ऐलान यूरोपियन यूनियन की कोशिशों के लिए भी बड़ा झटका होगा जो इस डील को बचाने के लिए कोशिशें कर रहा है।
व्हाइट हाउस से करेंगे ऐलान
शनिवार तक ट्रंप इस बात पर विचार-विमर्श कर रहे थे कि ईरान को अमेरिका की ओर से लगाए गए उस प्रतिबंध के पैकेज में ढील दी जाए जिसके तहत यहां के ऑयल सेक्टर पर निशाना था या फिर इस प्रतिबंध को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए। ट्रंप ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी कि वह इस डील से जुड़े अपने बड़े फैसले का ऐलान व्हाइट हाउस से दोपहर दो बजे (भारतीय समयानुसार शाम छह बजे) करेंगे। ट्रंप इस डील में फैसला कर सकते हैं कि ईरान को प्रतिबंधों में कुछ ढील दी जाए या फिर पूरी तरह से इसे खत्म कर दिया जाए। ईरान और छह देशों के बीच साल 2015 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में डील हुई थी। यूरोपियन लीडर्स और कई डिप्लोमैट्स जिसमें ब्रिटेन के विदेश सचिव बोरिस जॉनसन भी शामिल हैं वह ट्रंप से अनुरोध कर चुके हैं कि इस डील को खत्म न किया जाए। ट्रंप इस डील को बड़ी गलती करार देते आए हैं। अगर ट्रंप ने डील से अमेरिका के बाहर आने का ऐलान कर दिया तो फिर ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और चीन को भी फैसला कर सकते हैं कि उन्हें इस डील में रहना है या नहीं या फिर ईरान से अपील करनी है कि वह अपने वादे पर कायम रहे।
ईरान ने दी है अमेरिका को धमकी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों पिछले दिनों अमेरिका की यात्रा पर गए थे। यहां पर डोनाल्ड ट्रंप से अलग ईरान परमाणु डील को खत्म न करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि जब तक किसी ऐसे प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय अनुबंध पर जो अमेरिका और यूरोपियन देशों की चिंताओं को दूर नहीं करता है तब तक ईरान डील को खत्म नहीं करना चाहिए। मैंक्रों ने कहा था, ‘यह सही है कि वर्तमान समझौता सभी चिंताओं को दूर नहीं करता है और यह बहुत ही चिंताजनक बात है। लेकिन जब तक हमें इसकी जगह कुछ और ठोस विकल्प नहीं मिलता, इसे नहीं छोड़ना चाहिए। मेरी इस डील पर यही स्थिति है।’ वहीं ईरान ने अमेरिका को पहले ही धमकी दी है कि अगर उसने परमाणु डील को तोड़ा तो फिर उसकी ओर से उठाए गए कदम उसे चौंका सकते हैं। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा था कि उनके देश की परमाणु एजेंसी ‘अपेक्षित और अनपेक्षित’ कदम उठाने के लिए तैयार है।