लालकुआं। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवँ कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत ने अपनी सीट लालकुंआ से नामाकंन दाखिल कर दिया है। विधानसभा चुनाव के लिए पर्चा भरने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए हरदा ने कहा कि उत्तराखंड के हित के लिए एक बार फिर वें चुनाव मैदान में हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता ने पहले भी एक सेवक के रूप में उन्हें परखा है और एक बार फिर राज्य की जनता उन्हें आशीर्वाद देना चाहती है। उन्होंने कहा कि कौन विधायक हो इस बात की लड़ाई नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के सिद्धांतों, मूल्यों और मान्यताओं को बचाने की है।
हरदा ने कहा कि आज उत्तराखण्डियत खतरे में है। जो हमारी शान है, हमारी पहचान है, हमारा मान, अभिमान, परम्पराओं का समूचा स्वरूप है और जिस रूप में उत्तराखंड को दुनिया पहचानती है वो उत्तराखण्डियत पिछले 5 सालों से खतरे में है।
हरदा ने कहा कि ये महत्वपूर्ण समय है, इस वक्त राज्य की जनता ये महसूस कर रही है कि हरीश रावत जैसा कोई परखा हुआ, अनुभवी और परिपक्व नेता होना चाहिए जो उत्तराखण्डियत को इतना मजबूत करके जाए कि कोई निकम्मी सरकार आकर उत्तराखण्डियत और राज्य आंदोलन के मूल्यों एवँ मान्यताओं को रौंद न सके।
हरीश रावत ने उत्तराखंड की भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी के राज में अनेकों विकास कार्य रुक गए। उन्होंने हल्द्वानी और लालकुआं क्षेत्र का ज़िक्र करते हुए रुके हुए विकास कार्य भी गिनवाए।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे पार्टी हाईकमान के आदेश पर ही चुनाव मैदान में उतरे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई साथी किसी वजह से खफा है तो बातचीत कर उनकी नाराज़गी दूर की जाएगी। उन्होंने ग्रेड पे का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर उसे यथावत रखा जाएगा।
उन्होंने अपनी पार्टी के घोषणा पत्र के बारे में बताते हुए कहा कि पार्टी ने कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को जारी कर दिया है जिनमें चारधाम, 4 लाख स्थाई रोजगार, गैस सिलेंडर की कीमत नहीं होगी 500 के पार, 5 लाख परिवारों को हर साल 45000 रुपये देंगे और स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों के घरों तक पहुंचाएंगे प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जल्द ही उत्तराखंड के विकास के दस्तावेज के तौर पर घोषणा पत्र जारी करेगी।