भुवनेश्वर। उन्हें निश्चित तौर पर अपनी फुटबाल टीम की तरह दमदार और लोकप्रिय नहीं माना जाता लेकिन फ्रांसीसी हाकी टीम को उम्मीद है, कि विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने से पेरिस में 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिये एक नये युग की शुरूआत होगी।
ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 5-3 से हराने के बाद अब फ्रांस पुरूष विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की दहलीज पर खड़ा है। टूर्नामेंट की सबसे कम 20वीं रैंकिंग की टीम फ्रांस को सोमवार को क्रास ओवर में विश्व में 17वें नंबर के चीन से भिड़ना है।
फ्रांस की फार्म को देखकर लग रहा है कि उसे क्वार्टर फाइनल में जगह बनानी चाहिए जहां उसे दो बार के मौजूदा चैंपियन और विश्व में नंबर एक आस्ट्रेलिया की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। लेकिन अगर आप फ्रांसीसी टीम से बात करते हैं तो उसने अब तक उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है और वह ‘एंबीशन हाकी 2024’ परियोजना की तरफ सही तरह से आगे बढ़ रहा है।
फ्रांस के कोच और नीदरलैंड के पूर्व दिग्गज जेरोन डेलमी ने कहा, ‘‘हमने अपने खेल से दिखाया कि अगर आपके पास एक लाख हाकी खिलाड़ी नहीं हैं तब भी आप सपना पूरा कर सकते हैं जो कि ओलंपिक चैंपियन को हराकर विश्व कप के अगले दौर में पहुंचना है।’’
उन्होंने अर्जेंटीना पर जीत के बारे में पीटीआई से कहा, ‘‘यह हर किसी के लिये सपना सच होने जैसा है। इससे टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है जिसकी फ्रांसीसी हाकी को जरूरत थी। यह ऐतिहासिक परिणाम है और यह देश की हाकी का भाग्य बदल सकता है।’’
फ्रांस 2024 में ओलंपिक की मेजबानी करेगा और इसलिए फ्रांसीसी हाकी महासंघ ने अपनी राष्ट्रीय टीम को मजबूत दावेदार बनाने के लिये ‘एंबीशन हाकी 2024’ योजना शुरू की है। इस योजना का लक्ष्य पेरिस ओलंपिक में पुरूष टीम को शीर्ष पांच में और महिला टीम को शीर्ष दस में जगह दिलाना है।
कोच ने कहा, ‘‘फ्रांसीसी हाकी महासंघ के अध्यक्ष (ओलिवर मोरेयू) ने पहले कहा था कि हम 2024 ओलंपिक में प्रतिस्पर्धी बनना चाहते हैं। हम केवल संख्या नहीं बढ़ाना चाहते हैं बल्कि हम अपने प्रतिद्वंद्वी को कड़ी चुनौती देना चाहते हैं और अच्छे स्थान पर रहकर अपने अभियान का अंत करना चाहते हैं। इसी को ध्यान में रखकर यह योजना तैयार की गयी है।’’