सरकार ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहन देने की दिशा में गम्भीरता से कार्य कर रही है: हरीश रावत

मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों जिनकी जमीन इस रोपवे बनाने के उपयोग में लायी जायेगी उनके रोजगार के लिए सराय बनायी जायेगी जहाँ वे अपना व्यवसाय कर सकेंगे। उन्होने कहा कि इस प्रकार के चार रोपवे बनाये जा रहे है और प्रदेश सरकार ने रज्जूमार्गो को ग्रामीण आर्थिकी से जोडने के लिए रोपवे कार्पोरेशन का गठन किया है क्योकि पर्वतीय क्षेत्रों के दुर्गम स्थानों पर आने जाने के साथ ही यहाँ की पैदावार को बाजार तक पंहुचाने के लिए रोपवे महत्वपूर्ण संसाधन बन सकता है।

उन्होने कहा उत्तराखण्ड के सभी पर्यटक स्थलों पर आपदा के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है और चारधाम यात्रा पर 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये है जिसको 2018 तक 30-40 लाख तक बढाने का लक्ष्य रखा गया है। कद्दूखाल स्थित लोनिवि निरीक्षण भवन प्रांगण में आम सभा को सम्बोधित करते हुए श्री रावत ने कहा कि शीघ्र ही देहरादून मसूरी रोपवे पर कार्य शुरु होगा, उन्होने मसूरी में सीवर लाईन के विस्तारीकरण के लिए आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की उन्होने कहा कि मसूरी के आसपास के 10-10 गावों में मक्का, पनीर, दुध का उत्पादन किया जाए जिसके विपणन हेतु मसूरी होटल एसोसिएशन से सहयोग लिया जायेगा। इसके अलावा चम्बा-मसूरी रोड पर छापराधार ईण्टर कालेज भवन निर्माण हेतु 15 लाख रु की आर्थिक सहायता दिये जाने, घनोल्टी के सकलाना क्षेत्र में इसी समय आयोजित होने वाली मंत्री मण्डल की बैठक में नागेन्द्र दत्त सकलानी के नाम से महाविद्यालय खोले जाने का निर्णय लिये जाने की घोषणा की साथ ही कद्दूखाल से कुमाल्डा तक सडक के विस्तारीकरण की घोषणा के साथ 2016-17 में आनन्द चौक बनाली पेयजल योजना की स्वीकृति दिये जाने की घोषणा की।

धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत बहुप्रतिक्षित कद्दूखाल सुरकण्डा देवी मन्दिर तक 13 करोड की लागत से बनने वाले रज्जूमार्ग का शिलान्यास करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इसके बनने से श्रद्धालुओं सुविधा होगी जिससे पर्यटन व्यवसाय में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहन देने की दिशा में गम्भीरता से कार्य कर रही है जिससे यहाँ के लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी वही यहाँ की संस्कृति, व्यंजन, लोक कला का प्रचार प्रसार भी देश-विदेश में होगा। उन्होने बताया कि वर्तमान में 1200 से अधिक होम स्टे सेन्टर का पंजीकरण किया जा चुका है और निकट भविष्य में इनकी संख्या में वृद्धि होने की पूरी सम्भावना है। मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सुरकण्डा देवी तक 500 मीटर लम्बाई के रज्जूमार्ग का शिलान्यास करने के उपरान्त अपने सम्बोधन में कहा कि मंन्दिर तक घोडा खच्चर संचालकों की आजीविका सुनिष्चित की जायेगी ताकि उन्हे कोई आर्थिक नुकसान न उठाना पडे।

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