‘घेरेकी पहचान, चेलीक नाम’ योजना से बेटियों को मिली पहचान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार का एकमात्र लक्ष्य विकास करना है। इसके लिए प्रदेश में कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने साफ किया कि सरकारी नौकरियां केवल सीमित संख्या में ही उपलब्ध है इसीलिए युवाओं को स्वरोजगार की ओर बढ़ना होगा। राज्य सरकार कई योजनाएं भी ला रही हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि समाज के हर वर्ग के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला समूह के लिए भी विशेषतौर से योजनाओं को संचालित किया जा रहा है, जिसमें महिलाओं को ब्याजमुक्त ऋण दिया जा रहा है। कहा कि राज्य की एक लाख से अधिक महिलाओं और दो हजार से ज्यादा किसान परिवारों को सरकार ने बड़ी सौगात दी है। महिलाओं के सिर से चारे का बोझ खत्म करने को मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना को मंजूरी दे दी है। साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मक्के की सामूहिक खेती का फैसला भी लिया गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को नैनीताल में 42 करोड़ रुपए से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास किया। नैनीताल के सूखा ताल स्थित कुमाऊं मंडल विकास निगम के मुख्यालय में आयोजित समारोह में उन्होंने घर का नाम सबसे छोटी बेटी के नाम योजना के परिवारों को भी सम्मानित किया। ‘घेरेकी पहचान, चेलीक नाम’ योजना का भी शुभारंभ किया। प्रदेश के कुमाऊं मंडल के नैनीताल जिले में एक अनूठी पहल होने जारी रही है। इसके अंतर्गत, “घर की पहचान बेटी के नाम” से होगी। अब घर की बेटी का नाम घर के बाहर लगने वाली नेमप्लेट में मुख्य नाम के स्थान में लगेगा। यही नहीं, इस नेमप्लेट को सांस्कृतिक विरासत के रूप में भी ढाला जाएगा। नेमप्लेट को विशेषकर प्रमुख लोककला ‘ऐपन शैली’ से सजाया गया है।
कार्यक्रम में सांसद अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार उत्तराखंड में विकास के नित नए अध्याय जोड़ रही है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश प्रगति के पथ पर चल रहा है। पर्वतीय जिलों में बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा,स्वास्थ्य आदि बुनियादी सुविधाओं में इजाफा हुआ है। ग्रामीणों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कुमाऊंनी भाषा में ही अपना पूरा भाषण दिया। कार्यक्रम में विधायक संजीव आर्य दीवान सिंह बिष्ट राम सिंह खेड़ा सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।