नयी दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की नवनिर्वाचित सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर देश को फासीवाद की तरफ ले जाने का आरोप लगाया और दावा किया कि राष्ट्रवाद के नाम पर देश को बांटा जा रहा है और वैज्ञानिक सोच को पीछे धकेला जा रहा है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए महुआ ने दावा किया कि देश बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है। नए तरह के राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से एक समुदाय विशेष को निशाना बनाया जा रहा है।
तृणमूल सांसद ने कहा कि आज भीड़ द्वारा हत्या का सिलसिला चल रहा है। देश को फासीवाद की तरफ ले जाया गया है। वैज्ञानिक सोच को पीछे कर दिया गया है। महुआ ने कहा कि इस सरकार में 2.77 एकड़ भूमि (अयोध्या) की चिंता हो रही है, जबकि पूरे देश की चिंता करने की जरूरत है।
उनके संबोधन के बाद भाजपा के निशिकांत दुबे ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि महुआ ने एनआरसी और अयोध्या मामले का उल्लेख किया जो अदालत में लंबित हैं। ऐसे में इनको रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए। इस पर तृणमूल कांग्रेस सौगत रॉय ने कहा कि दुबे और भाजपा के राजीव प्रताप रुढ़ी विपक्ष के लोगों की आवाज को बाधित करने कीकोशिश कर रहे हैं। इस दौरान दोनों ओर से नोकझोंक की स्थिति भी देखने को मिली।