वॉशिंगटन। साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बाद रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग की है। पार्टी के सदस्यों का कहना है कि ट्रंप ने उत्तर कोरिया के साथ परमाणु तनाव को कम करने की दिशा में काम किया है, जिसके लिए उन्हे नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाना चाहिए।
रिपब्लिकन पार्टी के प्रतिनिधि ल्यूक मेसर की ओर से बुधवार को एक चिट्ठी नॉर्वे स्थित नोबेल कमेटी को भेजी गई है। इस चिट्ठी में 18 रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों के हस्ताक्षर हैं। इस चिट्ठी में कहा गया है कि नॉर्थ कोरिया ने अपनी आक्रामकता कम करने वाली अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मांग को नजरअंदाज कर दिया था लेकिन ट्रंप की शांति से अपनाई गई नीतियां काम कर रही हैं और ट्रंप नॉर्थ कोरिया को समझौते तक लेकर आए हैं। प्रतिबंधों ने नॉर्थ कोरिया की अर्थव्यवस्था को अव्यवस्थित कर दिया था और इसकी वजह से ही नॉर्थ कोरिया को समझौते तक लाया जा सका है।
बता दें कि इससे पहले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार देने की बात कही थी। मून ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि ऐतिहासिक कोरिया शिखर वार्ता के लिए उनके नोबेल पुरस्कार जीतने की जगह ट्रंप इसके हकदार हो सकते हैं। हमें केवल शांति की जरूरत है।
खबरों के अनुसार ट्रंप और किम की मुलाकात मई के अंत या जून के शुरुआत में हो सकती है। ट्रंप ने हाल ही दिए अपने बयान में कहा था कि सबसे मुख्य बात यह है कि मैं शांति चाहता हूं। यह एक बड़ी समस्या थी और मुझे लगता है कि चीजें अब अच्छी होने जा रही हैं। ट्रंप ने कहा कि वार्ता को लेकर हम अभी बैठकें कर रहे हैं और मुझे लगता है कि अगले कुछ दिनों में मुलाकात के स्थान और तारीख की घोषणा कर दी जाएगी।
बता दें कि ट्रंप और किम की मुलाकात असैनिकीकरण जोन में हो सकती है। हालांकि ट्रंप का कहना है कि विकल्प के तौर पर अन्य दो-तीन स्थानों पर विचार किया जा रहा है। ट्रंप ने उत्तर और दक्षिण कोरिया सीमा पर स्थित पीस हाउस को शिखर वार्ता के लिए विकल्प बताया था।