कोविड अनाथ बच्चों का डीएम बनाएंगे प्रमाणपत्र, सरकारी योजनाओं का कैसे मिलेगा लाभ जानिए
महीने में एक बार मिलकर इन बच्चों का हाल भी जाना जाए। उन्होंने महिला कल्याण विभाग को ऐसे बच्चों का ब्योरा बाल स्वराज पोर्टल पर रोज अपलोड करने को कहा। विभागीय सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने कहा कि ऐसे बच्चों के प्रमाणपत्र बनाने के लिए टीमों को घर-घर जाना होगा। मीटिंग के दौरान डीएम चंपावत ने भविष्य में इस योजना में सड़क दुर्घटना या आपदा के कारण अनाथ हुए बच्चों को भी शामिल करने का सुझाव दिया। डीएम टिहरी ने बाल संरक्षण योजनाओं लाभ दिलाने के लिए आय सीमा के मानक बढ़ाने का सुझाव दिया।
कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों को सीएम वात्सल्य योजना का लाभ दिलाने को जरूरी प्रमाणपत्र संबंधित डीएम बनवाएंगे। साथ ही वह ऐसे बच्चों को उनके अभिभावकों के बीमा और बैंक से जुड़े सभी लाभ भी दिलवाएंगे। सीएम वात्सल्य योजना लागू करने के लिए अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक की। इस दौरान एसीएस ने कहा-डीएम प्रभावित बच्चों के दस्तावेज तैयार कर केंद्र व राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिलाएंगे। एसीएस ने जिलास्तर पर एक अधिकारी के लिए प्रभावित एक बच्चे को गोद लेकर उनकी मदद करने की भी अपील की।