सेब के बागों में बने कॉटेज पर्यटकों का बनेंगे नया ठिकाना, ये मिलेंगी सुविधाएं
जिले के किसानों को अच्छी किस्म के सेब के पौधे दिलाने के लिए एक उन्नत किस्म की नर्सरी, एक उद्यान, ट्रेनिंग सेंटर की योजना जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने शुरू की थी। इसके लिए रामगढ़ में 8 एकड़ जमीन ढूंढी व जमीन को विकसित किया गया। पहले चरण मे नर्सरी हेतु रूट स्टॉक्स और सेब के पौधों का प्लांटेशन किया गया। दूसरे चरण मे किसानो के लिए ट्रेनिंग सेंटर, पर्यटकों के रहने के लिए पारंपरिक शैली मे काटेजेज और पार्किंग की सुविधा के साथ कैफे के निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिससे जनपद के किसानों को वातावरण के अनुकूल उन्नत किस्म के सस्ते पौधे अब आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे।
उत्तराखंड के नैनीताल आने वाले पर्यटक अब सेब के सुंदर बागान में रात्रि विश्राम का भी आनंद उठा पाएंगे। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने जनपद में उद्यान एवं होर्टिकल्चर टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदम अब फलीभूत होने लगे हैं। रामगढ़ में आठ एकड़ जमीन पर सेब की नई नर्सरी तैयार हो चुकी है। इसी के साथ यहां पर्यटकों के ठहरने के लिए कॉटेज, पार्किंग व कैफे भी विकसित किया जा रहा है। आने वाले दिनों में यह नैनीताल आने वाले पर्यटकों का नया ठिकाना बनेगा।
रामगढ़ स्थित उद्यान में सेब की आठ से अधिक नई प्रजातियों की पौध तैयार की जा रही है। जिसमें एम7, एमएम-111, एमएम-116, एमएम-106 प्रजाति की दस हजार रूट स्टॉक तैयार होगी। जिसमें ग्रेनी स्मिथ, डेकारिली, हनी क्रिस्प, हेप्के, जेरोमिन उच्च घनत्व के 2500 सेब के पेड़ों का उद्यान तैयार किया जा रहा है। जिसकी मॉनीटरिंग भी लगातार की जा रही है।